सड़क निर्माण से टूटी सिंचाई नहर, पेयजल लाइन मरम्मत की मांग Rudraprayag
अगस्त्यमुनि ब्लॉक के गिंवाला गांव के लिए बनाए गए अंदरेगढ़ी-धारतोलियूं मार्ग से गांव की सिंचाई नहर, पेयजल लाइन, पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गई थी जिनकी 11 वर्षों बाद भी मरम्मत नहीं की गई। ग्रामीणों ने नहर, पेयजल लाइन और मार्ग की मरम्मत और सड़क निर्माण से प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग को लेकर डीएम मयूर दीक्षित से भेंट की।
ग्रामीणों ने बताया कि रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर गिंवाला गांव के समीप से लोनिवि ने वर्ष 2010-11 में अंदरेगढ़ी-धारतोलियूं मार्ग का निर्माण शुरू किया था। सड़क की कटिंग से गांव के पैदल मार्ग, नहर, पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थीं लेकिन सड़क निर्माण के लगभग 11 वर्ष बाद भी इन परिसंपत्तियों की मरम्मत नहीं हो पाई है। स्थिति यह है कि सिंचाई नहर के क्षतिग्रस्त होने से गांव की उपजाऊ कृषि भूमि बंजर हो चुकी है। पैदल मार्ग जगह-जगह टूटा है जिस पर आवाजाही खतरे से खाली नहीं है। ग्रामीणों ने प्रशासन के माध्यम से लोक निर्माण विभाग से गिंवाला-कमसाल पैदल मार्ग की मरम्मत करने, सड़क निर्माण से प्रभावित काश्तकारों को भूमि, दबान और पेड़ों का मुआवजा देने, गांव के बीच में सड़क के टूटे कॉजवे, पुश्ते और सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग की है। इस संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि ग्रामीणों की मौजूदगी में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ सड़क का संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा।