AIIMS Bilaspur: एम्स में एक माह तक न्यूरोलॉजी, मेडिसिन विभाग के सभी स्लॉट बुक

in #wortheum2 years ago


हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के कोठीपुरा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आईपीडी शुरू होने के बाद प्रदेश के लोगों को पीजीआई जाने से राहत मिली है। बिलासपुर में हर विभाग के मरीजों को सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना शुरू हो गई हैं। अब प्रदेशभर से लोग इलाज के लिए एम्स बिलासपुर पहुंच रहे हैं। एम्स के न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, मेडिसिन, ऑर्थो, ईएनटी, यूरोलॉजी विभाग में सबसे ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। विशेष बात यह है कि एक न्यूरोलॉजी, मेडिसिन विभाग में चेकअप के लिए एक माह पहले पंजीकरण करवाना पड़ रहा है। इन विभागों में एक माह तक सभी स्लॉट बुक हो गए हैं। वहीं, सभी विभागों में सप्ताह में तीन हजार के करीब ओपीडी हो रही है। एम्स बिलासपुर में अभी तक 21 ओपीडी लगातार चल रही हैं।

एम्स में न्यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी, सीटीवीएस (हृदय बाईपास सर्जरी), मेडिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर संबंधी बीमारी), रेडिएशन ऑन्कोलॉजी (कैंसर थेरेपी), ओबीएस एंड गायनी, डर्मेटोलॉजी (त्वचा विशेषज्ञ), शिशु रोग विशेषज्ञ, नियोनेटोलॉजी (नवजात बच्चों की ओपीडी), नेफ्रोलॉजी (गुर्दे, किडनी संबंधित), सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर विज्ञान शल्य चिकित्सा), एंडोक्रिनोलॉजी (हार्मोन उत्पन्न करने वाली ग्रंथियों संबंधी), मनोचिकित्सक, हड्डी रोग विशेषज्ञ, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र विभाग, कॉर्डियोलॉजी की ओपीडी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मिल रही हैं। एम्स की लोक संपर्क अधिकारी डॉक्टर रुपाली ने बताया कि एम्स में सीटी स्कैन समेत सभी बड़े टेस्ट किए जा रहे हैं। बिलासपुर एम्स प्रदेश ही नहीं देश स्तर पर बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जाएगा। एम्स में किडनी बायोप्सी की सुविधा भी शुरू हो गई है। इससे डॉक्टरों को किडनी की समस्याओं के कारण जानने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने जो बयान एम्स की सुविधाओं को लेकर दिया है वो पूरी तरह निराधार है। एम्स में मरीजों को बैठने से लेकर उनकी जांच करने तक की सुविधाएं बेहतर हैं।