विविधता में एकता भारत की विशेषता" विषय पर व्याख्यान माला का हुआ आयोजन

in #wortheum2 years ago

विविधता में एकता भारत की विशेषता" विषय पर व्याख्यान माला का हुआ आयोजन
IMG-20220926-WA0002.jpg
बांसडीह इंटर कालेज में सोमवार को "विविधता में एकता भारत की विशेषता" विषय पर व्याख्यान माला आयोजित हुआ। व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि बलिया लोकसभा के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय उत्तराखंड के पूर्व कुलपति प्रोफेसर लल्लन सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्वलित कर व्याख्यान माला का शुभारंभ किया। कालेज के प्रंबधक पूर्व चेयरमैन संजय कुमार सिंह मुन्ना ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सांसद ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष गांठ पर जो विषय रखना चाहिए वही विषय माला रखा गया है। मैं दिल्ली था। इस कार्यक्रम में आकर अपने को भाग्य शाली मानता हूं। देहाती आदमी हूं। सांसद ने कहा कि विविधता में एकता भारत की विशेषता यह विषय ही अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण और बहुत ही गंभीर है। भारत की संस्कृति, सभ्यता कहा कि भारत की ऋषि मुनियों ने जो रचना की, भारत की गौरवशाली परंपरा,संस्कृति,सभ्यता ,भारत की गौरवशाली परंपरा इसकी रचना ऐसे नही हुई है।इस देश के ऋषियों ,मुनियों ने जो वेदों , उपनिषदों की रचना की।वो हमारे देश के सांस्कृतिक,सामाजिक ,आर्थिक , और राजनैतिक विभिन्न क्षेत्रों के विशेषता होते हैं। वही विविधता में एकता का संदेश देते हैं। ये सारी परंपरा , सभ्यता,संस्कृति हमारे देश के हमारे वैदिक ग्रंथों के उपनिषदों की आत्मा है।सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हम केवल भारत के सीमा तक ही अपने सभ्यता, परंपरा एवं संस्कृति को सीमित नहीं रखते हैं।हमारे ऋषियों मुनियों हमारे गौरव शाली परंपरा ने हमारे वसुधैवकुटुम्बकम का मार्ग दर्शन दिया है।और हम दुनिया को अपना परिवार मानते हैं।यही विविधता में एकता है। विशिष्ट अतिथि लल्लन सिंह ने कहा कि जब भी हमारे राष्ट्र के ऊपर कहीं कोई भी संकट आता है तो हम सभी एक हो जाते हैं, हम सभी मिलकर इसका सामना करते हैं।हम यह नहीं देखते यह किस धर्म,मजहब,सम्प्रदाय या जाति से है हम पूरी ताकत के साथ विविधता में एकता का परिचय देते हुए संकट में एकजुट होकर संकट का सामना करते हुए दुश्मन को पराजित करते हैं। हमारे देश की औरतें जब भी किसी सैनिक को देखती हैं तो तुरंत राखी लेकर दौड़ी आती है। वह नहीं पूछी थी कि तुम हिंदू हो या मुसलमान या सिख हो या ईसाई हो। वह बिना पूछे ही सबके साथ सबका सम्मान करती हैं यही हमारे देश की विविधता में एकता का परिचायक है। कालेज के प्रंबधक संजय कुमार सिंह मुन्ना ने कहा की हमारे देश मे भिन्न वेश भूषा, रहन सहन, अनेक धर्मों के लोग निवास करते है परन्तु जब भी देश पर कोई संकट आता है तो सभी लोग एक हो जाते है ये भी विविधता में एकता है और ये हमारी देश भारत की विशेषता है।इस मौके पर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रफुल्ल कुमार श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य अनिल पांडेय, दयानन्द पाठक, सौरभ पाण्डेय, कन्हैया सिंह , दिनेश सिंह, राम प्रकाश सिंह,नीतीश पाण्डेय,राजकुमार सिंह आदि थे।
कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य अनिल पाण्डेय ने किया,आगंतुकों का आभार संजय कुमार सिंह ने प्रकट किया।