विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा क्षय रोग के संबध में जिलाधिकारी ने किया बैठक

in #wortheum2 years ago

उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर - विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा क्षय रोग के संबध में जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठकIMG-20220922-WA0186.jpg सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी संजीव रंजन ने संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप तृतीय चरण संचारी रोग नियंत्रण अभियान दिनांक 01 से 31 अक्टूबर 2022 तथा दस्तक अभियान दिनांक 07 से 21 अक्टूबर 2022 तक आयोजित किया जाये। दिमागी बुखार, एवं अन्य संक्रामक रोगो के संबध में व्यापक जन-जागरूकता हेतु दिनांक 07 से 21 अक्टूबर 2022 के मध्य दस्तक अभियान आयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर इन बीमारियों के बचाव तथा उपचार के संबध में लोगो को जानकारी देगें। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि आशा कार्यकत्री जागरूकता संबधी स्टीकर अवश्य चस्पा करे। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सभी विभाग इस अभियान के सफल बनाने में अपना सहयोग करेगे। संबधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। दस्तक अभियान तथा संचारी अभियान में आंगनवाड़ी की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इस अभियान को प्रभावी रूप से भूमिका निभाने के लिए आशा, ऑगनबाड़ी एवं ए0एन0एम0, स्कूली शिक्षक एवं प्रधान की अहम भूमिका है। उन्होने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत बुखार के रोगियों को निकटवर्ती सरकारी अस्पताल में त्वरित एवं सही उपचार कराये जाने के लिए विशेष बल दिये जाने की आवश्यक्ता है। गांवो में आशा, ऑगनबाड़ी द्वारा बुखार, टी0वी0 रोगियों तथा अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित भी किया जायेगा। घरो पर स्टीकर चस्पा कर लागों को जागरूक भी किया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 विनोद कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में दिमागी बुखार के संबध में व्यापक रूप से जन-जागरूकता हेतु दस्तक अभियान आयोजित किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता दस्तक अभियान में घर-घर जाकर बीमारियों से बचाव, उपचार तथा सन्दर्भन के संबध में विभिन्न जानकारी देंगे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया कि दस्तक एक व्यापक सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीति है जो लोगों को बचाव और सही समय पर उपचार के संदेश पहुॅचाकर लोगों को दिमागी बुखार की समस्या से बचने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि दस्तक का शाब्दिक अर्थ है दरवाजा खटखटाना इस अभियान के जरिए दिमागी बुखार का संदेश हर एक घर और परिवार तक पहुॅचाने का हमारा लक्ष्य है। इस अभियान को प्रभावी रूप से भूमिका निभाने के लिए आशा, ऑगनबाड़ी एवं ए0एन0एम0, स्कूली शिक्षक एवं प्रधान की अहम भूमिका है। उन्होने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत बुखार के रोगियों को निकटवर्ती सरकारी अस्पताल में त्वरित एवं सही उपचार कराये जाने के लिए विशेष बल दिये जाने की आवश्यक्ता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 विनोद कुमार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद की सभी आशा ब्लाक स्तरीय दिमागी बुखार/बैठक एवं प्रशिक्षण में भाग लेगी। प्रशिक्षण के बाद आशा से अपेक्षित है कि वे हर घर तक पहुॅचे जिस घर में 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हो उन परिवारों से संपर्क स्थापित करे तथा साथ ही साथ गृह भ्रमण का ट्रैक रखने के लिए तथा अपने गृह संपर्क दर्शाने के लिए वह घर में प्रमुख जगह पर स्टीकर लगाना सुनिश्चित करेंगे।
इस बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए0के0झ्ाा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला विद्यालय निरीक्षक अवधेश नारायण मौर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी शुभांगी कुलकर्णी, जिला दिव्यांग जन सशक्तिकरण अधिकारी एजाजुल हक, समीर सिंह, अधि0 अधि0 नगर पालिका/नगर पंचायत तथा अन्य संबधित अधिकारी उपस्थित थे।