लाखों की लागत से लगी स्क्रीन बनी पीकदान
आगरा : सुलहकुल की नगरी फतेहपुर सीकरी मैं बनी मुगलिया स्मारकों को निहारने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी सीकरी पहुंचते हैं वही स्मारकों को निहारने
के दौरान पुरातत्व विभाग की अनदेखी पर सैलानी मुंह सकोडते से दिखाई देते हैं
बताते चलें कि कस्बे के मुगलया स्मारकों में बादशाही दरवाजा एवं विश्व प्रसिद्ध बुलंद दरवाजे पर विभाग द्वारा दो स्क्रीन लगाई गई थी जिनमें स्मारकों का लाइव प्रसारण चलता रहता था पर्यटक स्मारकों के फोटो वीडियो इन स्क्रीन पर देखते थे परंतु रखरखाव की कमी के कारण काफी समय से यह स्क्रीन बंद पड़ी हुई हैं वर्तमान में तो आलम यह है कि लोगों ने इस स्क्रीन को पीकदान के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है वहीं विभागीय अधिकारी इसकी तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखते
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