सामोहिक विवाह कार्यक्रम में एक-दूजे के हुए 274 जोड़े।

Screenshot_2022-11-24-09-58-35-00_a71c66a550bc09ef2792e9ddf4b16f7a.jpgWortheum news santkabirnagar:-मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को जनपद मुख्यालय स्थित एक मैरिज हॉल में हुआ।
इसमें 274 जोड़े विवाह के बंधन में बंधे। इसमें 237 जोड़े हिंदू व 37 जोड़े मुस्लिम शामिल हैं। नव दंपतियों को जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने आशीर्वाद देकर विदा किया।
डीएम प्रेम रंजन सिंह के निर्देशन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जनपद मुख्यालय स्थित एक मैरिज हॉल में 274 जोड़ों का विवाह धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न कराया गया। इसमें धनघटा तहसील से 75, मेंहदावल तहसील से 105 एवं खलीलाबाद तहसील से 94 जोड़ों का विवाह कराया गया।
तीन पालियों में संपन्न कराए गए विवाह समारोह में खलीलाबाद सदर विधायक अंकुर राज तिवारी, मेंहदावल के विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी, धनघटा के विधायक गणेश चंद चौहान. डीएम प्रेमरंजन सिंह, एसपी सोनम कुमार, सीडीओ अतुल मिश्र सहित अन्य लोगों ने नव दंपतियों को अशीर्वाद देते हुए सुखद वैवाहिक जीवन की मंगल कामना की।
विधायक अंकुर राज तिवारी ने वर वधू के सुखद सफल एवं स्वस्थ जीवन की शुभ कामना देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंदों की बेटियों की शादी पूरे सम्मान एवं धार्मिक विधि विधान के साथ कराई जा रही है। विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंदों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
विधायक गणेश चंद चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों के लड़के-लड़कियों की शादी करवाना है, जो शादी का खर्च स्वयं नहीं उठा सकते। डीएम प्रेमरंजन सिंह व एसपी सोनम कुमार ने सामूहिक विवाह के पंडाल में उपस्थित वर-वधू एवं उनके परिजनों से बातचीत कर उपहार में दिए जाने वाले सामानों की गुणवत्ता को भी परखा। इस दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी बस्ती लालजी यादव, जिला कमांडेंट होमगार्ड, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेंद्र कुमार, जिला प्रोवेशन अधिकारी डॉ. श्वेता त्रिपाठी, डीसी मनरेगा जीशान रिजवी, सुरेश कुमार सरोज आदि उपस्थित रहे।
एक ही परिसर में गूंजा वैदिक मंत्र तो पढ़ाई गई निकाह
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द भी देखने को मिली। जहां 237 हिंदू जोड़ों को गायत्री परिवार ने वैदिक मंत्रों के बीच विवाह कराया, वहीं 37 जोड़ों को मुस्लिम धर्म की परंपरा के अनुसार मौलवी व काजी ने निकाह पढ़ाया।
बैंक खाते में भेजे गए 35 हजार रुपये
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में उपहार स्वरूप लड़की के बैंक खाते में 35 हजार की धनराशि भेजी गई। चांदी की पायल, बिछिया, बर्तन सेट, वर-वधू को कपड़ा, सीलिंग फैन, ब्रीफकेस के साथ ही वन विभाग की ओर से एक-एक आम का पौधा भी दिया गया।