डिंडोरी व शहपुरा में शुरू होंगी संजीवनी क्लीनिक
दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने शहरी क्षेत्र संजीवनी क्लीनिक खोलने का निर्णय लिया है। जिसके तहत डिंडोरी व शहपुरा में 2 संजीवनी क्लीनिक शुरू करने के लिए प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। संजीवनी क्लीनिक खुलने से जिला अस्पताल की ओपीडी का बोझ करीब आधा कम हो जाएगा। ज्ञात हो कि वर्तमान में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी छोटी बीमारियों के लिए भी लोग जिला अस्पताल पर निर्भर हैं। जिसके चलते रोजाना की ओपीडी 500 के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद ने गरीब बस्तियों के आसपास इसके लिए लिए स्थलों का चयन किया है। इनमें से डिंडोरी के उपनगरीय क्षेत्र में पुरानी डिंडोरी में संजीवनी क्लीनिक के लिए एक पुराने भवन की मरम्मत कर रहा है। इसके बाद भवनों की मरम्मत आदि करा क्लीनिक खोले जाएंगे। इन क्लीनिकों को सर्दीए खांसीए बुखार व अन्य छोटी बीमारियों का इलाज किया जाएगा। लोगों को घर के आसपास ही इलाज की सुविधा मिल जाने से जिला अस्पताल जाने- आने में खर्च होने वाली राशि और समय की भी बचत होगी। अभी करीब तीन किमी का सफर तय कर जिला अस्पताल जाना पड़ता है। इतना स्टाफ रहेगा- स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रत्येक संजीवनी क्लीनिक में एक लैब होगी। यहां पर एक मेडिकल ऑफिसर, एक फार्मासिस्ट और नर्सिंग स्टाफ होगा। हालांकि अभी इसकी पूरी जानकारी भोपाल स्तर से आना शेष है। नगर निगम ने भवनों के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया है। पुराने भवनों की मरम्मत पर करीब 16 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। भवन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग मानव संसाधनर उपकरण और दवाएं आदि उपलब्ध करा क्लीनिकों का संचालन शुरू करेगा। अधिकारियों के मुताबिक 2023 में लोगों को इन क्लीनिकों का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।