कुलपति की पुस्तक का विमोचन राज्यपाल ने किया।

in #redemption2 years ago

IMG_20220724_134343.jpgभ्रूण से शिशु ही नहीं उसके संस्कार का भी होता है जन्म: प्रो. निर्मला एस. मौर्य

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य की पुस्तक गर्भ संस्कार: एक उत्कृष्ट परंपरा का विमोचन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति माननीय श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को किया। यह पुस्तक कुलाधिपतिजी की प्रेरणा से ही कुलपति ने लिखी। कुलाधिपति जी ने एक मीटिंग में महिलाओं के गर्भ संस्कार के बारे में चर्चा की थी। इसी के बाद इस पुस्तक को लिखने का मन बना लिया था।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा
कि हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में एक संस्कार गर्भ संस्कार भी है। इस संस्कार को आत्मसात करके हम शिशु के अंदर अच्छे संस्कार प्रदान कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि भागवद् गीता की तरह रामायण और हरिवंश पुराण जैसी पौराणिक किताबों में भी गर्भ संस्‍कार का वर्णन है। इन्‍हें पढ़ने से मानसिक स्थिति संतुलित रहती है और ईश्‍वर के बनाए गए मूल्‍यों का ज्ञान प्राप्त होता है। गर्भवती महिलाएं रामायण या अपने धर्म के किसी भी ग्रंथ को पढ़कर अपने बच्‍चे में संस्‍कार डालने की शुरुआत कर सकती हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल के ओएसडी पंकज एल. जानी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, प्रो.देवराज सिंह, प्रो. रजनीश भास्कर, आशुतोष कुमार सिंह,‌सुशील कुमार, डॉ. धीरेंद्र चौधरी, डॉ. आलोक वर्मा, डॉ.काजल डे, सत्यम उपाध्याय ,डॉ दास ,डॉ धर्मेंद्र सिंह, डा प्रभाकर सिंह, अशोक यादव आदि उपस्थित थे।