Janmashtami Special: यह है दुनिया का अद्भुत श्रीकृष्ण मंदिर, जन्मोत्सव पर देते हैं 21 तोपों की सलामी

in #rajasthan2 years ago

Janmashtami 2022 Special in Hindi: राजस्थान में दुनिया का एक अनोखा मंदिर है, जहां जन्माष्टमी की रात प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म के समय 21 तोपों की सलामी दी जाती है. इसके लिए विधिवत सुरक्षा व्यवस्था भी की जाती है.
आज देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) मनाई जा रही है. आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों को सजाया गया है और उनको भव्य स्वरूप दिया गया है. मथुरा के श्रीकृष्ण मंदिर तो विश्व प्रसिद्ध हैं, लेकिन राजस्थान में दुनिया का एक अनोखा मंदिर है, जहां जन्माष्टमी की रात प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म के समय 21 तोपों की सलामी दी जाती है. इसके लिए विधिवत सुरक्षा व्यवस्था भी की जाती है. मंदिर से जब बाल गोपाल के जन्म की सूचना मिलती है तो फिर शुरू होती है तोपों की सलामी, जिसे देखने के लिए काफी संख्या में लोग आते हैं. आइए जानते हैं इस श्रीकृष्ण मंदिर की अनोखी परंपरा के बारे में.कहां है यह श्रीकृष्ण मंदिर
राजस्थान के उदयपुर में नाथद्वारा स्थिति श्रीनाथजी का मंदिर वल्लभ संप्रदाय की प्रमुख पीठ है. यहां पर जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.श्रीनाथजी मंदिर की जन्माष्टमी
श्रीनाथजी मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव सबसे अलग होता है. जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीनाथजी जी को पंचामृत और चंदन से स्नान कराया जाता है. फिर उनका वस्त्र और आभूषणों से श्रृंगार होता है. भजन-कीर्तन किए जाते हैं. महाभोग, पंजीरी के बड़े लड्डुओं के भोग लगाए जाते हैं.

जन्म पर देते हैं 21 तोपों की सलामी
रात्रि के समय में जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होता है तो घंटे और बिगुल बजाए जाते हैं. जैसे से ही बाहर खड़े सुरक्षाकर्मियों को श्रीनाथजी के जन्म का संकेत मिलता है. वे श्रीनाथजी को 21 तोपों की सलामी देते हैं. इसकी आवाज पूरे शहर में गूंज उठती है. नगर के सभी घरों में भी श्रीनाथजी के जन्म का उत्सव मनाया जाता है.जन्माष्टमी के अगले दिन होता है नंद महोत्सव
जन्माष्टमी के अगले दिन सुबह श्रीनाथजी की हवेली में विधिपूर्वक नंद महोत्सव मनाया जाता है. इसमें लोग दूध और दही से होली खेलते हैं और भगवान श्रीनाथजी की भ​क्ति में डूब जाते हैं.
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