नागपुर डिवीजन की उदासीनता से रेल यात्री परेशान

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  • 15 दिनों से एक ही प्लेटफार्म पर खड़ी है मालगाड़ी
  • नैनपुर स्टेशन में भी दो नंबर प्लेटफार्म में आ रही ट्रेन
  • रेल यात्रियों की परेशानी

मंडला। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे एशिया का सबसे बड़ा जंक्शन नैरोगेज का नैनपुर स्टेशन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। ब्रॉडगेज के पूर्व यहां जनता और जनप्रतिनिधियों को एक से बढ़कर एक सपने दिखाए गए, लेकिन जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज माल ढुलाई का साधन बन चुका है। मालगाडिय़ों से रेलवे को राजस्व मिल रहा है। जिसके कारण इन गाडिय़ो को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। वहीं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेल यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने में लगे हुए है, वहीं नागपुर डिवीजन के डीआरएम केवल और केवल माल गाडिय़ों पर ध्यान दे रहे हैं। रेल यात्रियों को हो रही तकलीफ से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। आए दिन कभी गाड़ी स्टेशन से लेट छूटती है तो कभी होम सिग्नल से वापस आ जाती है। रेल यात्रियों को प्रतिदिन हो रही इस परेशानी से रेल प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है।

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जानकारी अनुसार आदिवासी अंचल में रहने वाले यात्रियों के साथ रेलवे प्रशासन दोयम दर्जे का व्यवहार कर रहा है। एक और जहां दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रबंधक मनिंदर सिंह उप्पल हिटलर की भूमिका में है और यात्री गाडिय़ों को तो टाइम पास के लिए चला रहे हैं। यात्रियों के समय और पैसा को बिल्कुल ही महत्व नहीं दे रहे हैं। इन्हें तो बस अवार्ड जीतने के लिए और कमीशन के चक्कर में माल गाडिय़ों को खाली ट्रेक देना है। पिछले दिनों 3-4 घटनाओं में तो रेलवे के सेवा भाव को धता बता दिया है।

बता दे कि विगत दिवस जहां सुबह 10 बजे गढ़ा से छूटने वाली गाड़ी नैनपुर 4 बजे पहुंचती है और जहां ग्वारीघाट बरगी में करीब एक घंटे तक मालगाड़ी को सिग्नल दिया जाता है। जिसके कारण रेल में सफर कर रहे यात्रियों को बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है। आगे जाने वाले गतंव्य के लिए रेल यात्रियों का समय बर्बाद हो रहा है। समय तो ठीक है, लेकिन आगे की यात्रा करने के लिए जिन लोगों ने दूसरी ट्रेन का रिजर्वेशन कराया उन्हें समय पर नहीं पहुंचाया जा रहा है। जिसके कारण रेल यात्रियों मे रोष व्याप्त है।

  • पुरी जाने वाली ट्रेन छूटी :

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बताया कि विगत दिवस नैनपुर से गोंदिया होते हुए चार परिवार पुरी जाने के लिए रिजर्वेशन कराएं और इन्होंने गढ़ा गोंदिया डेमू में यात्रा प्रारंभ की। जिसके बाद गोंदिया आउटर में एक घंटे रेल खड़ी रही। पुरी जाने के लिए नैनपुर से गोदिंया गाड़ी में बैठा परिवार आउटर में खड़ी रेल गाडी में बैठे हुए पुरी जाने वाली गाड़ी को अपने सामने से निकलते हुए देखा। जिसके कारण इन चार परिवार को पुरी जाने के बजाए दोबारा वापस अपने घर आना पड़ा। अब ऐसी दशा में क्षेत्र में यात्रियों को रेलवे से सिर्फ परेशानी और परेशानी मिल रही है। इनकी सुनने वाला कोई नहीं।

  • रेल यात्रियों में आक्रोश :
    बताया गया कि प्रतिदिन नैनपुर आने वाली रात्रि गाड़ी प्लेटफार्म नंबर 2 में लग रही है। जबकि कई रेल यात्री बुजुर्ग, विकलांग, व्यापारी होते है, वहीं बहुत से यात्री जबलपुर में इलाज एवं सामान की खरीदी करके नैनपुर पहुंचते हैं। लेकिन प्लेटफार्म नंबर 01 खाली होने के बावजूद रेलगाड़ी को दूसरे नंबर के प्लेटफार्म में खड़ा किया जाता है। जिससे रेल का सफर कर आ रहे यात्रियों को स्टेशन में बने ब्रिज क्रॉस करके मजबूरी में 01 नंबर से 02 नंबर प्लेटफार्म में आना पड़ता है। ऐसे ही हाल जबलपुर स्टेशन में भी है। जहां ट्रेन मदन महल स्टेशन में भी कभी भी प्लेटफार्म बदल दिया जाता है। जिससे यात्रियों काफी परेशानी करनी पड़ती है। इसके कारण रेल यात्रियों में बड़ा आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। बता दे कि नैनपुर स्टेशन में कुली की भी व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण भारी लागेज वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

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  • यात्रियों की परेशानी से नहीं राजस्व से मतलब :
    बताया गया कि रेलवे के इस प्रकार के उदासीन रवैया और लापरवाही के कारण यात्रियों को हो रही परेशानी से आमजनों में काफी रोष है। रेलवे विभाग रेल यात्रियों की परेशानी समझने को तैयार नहीं है। इन्हें तो अपने राजस्व से मतलब है। यदि यही हाल रहा तो आने वाले समय में स्थानीय लोगों ने रेलवे आला अधिकारियों के खिलाफ अभियान छेडऩे की बात की है। बता दे कि जिस तरह मोदी जी और रेल मंत्री रेल सुविधा बढ़ाने में लगे हुए हैं लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आला अधिकारी एवं पश्चिम मध्य रेलवे के आला अधिकारी, कर्मचारी आदिवासी अंचल के यात्रियों को परेशान कर रहे है।

एक नंबर प्लेटफार्म में 15 दिन से खड़ा मालवाहक :

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रेलवे सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिंडरई स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर एक मालवाहक गाड़ी लगभग 15 दिनों से स्टेबल है। जिसे हटाना तो चाहते हैं लेकिन हट नहीं रही है। नागपुर डिवीजन में कोई रखवाला नहीं है। इस ट्रेन की तरह निधानी स्टेशन में भी एक ट्रेन खड़ी है। जिसके चलते प्रतिदिन सवारी गाडिय़ां लेट हो रही है लेकिन नागपुर डिवीजन के अधिकारियों की आंखें नींद से खुलने को तैयार नहीं है। बता दे कि पिछले दिनों नैनपुर के 4 परिवारों को जगन्नाथ पुरी की यात्रा करना था उनके पास गोंदिया से कंफर्म टिकट थी लेकिन मेमू ट्रेन एक घंटे तक गोंदिया के पास खड़ी रही। जिस कारण पूरे परिवार को आर्थिक हानि और अपनी यात्रा रद्द कर वापस नैनपुर लौटना पड़ा। कहीं यह रेलवे को घाटा दिखाकर सवारी गाड़ी बंद करने की साजिश तो नहीं है।

समस्या निराकरण के लिए सौंपा ज्ञापन :

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बताया गया कि विगत कुछ दिनों से रेल यात्रा करने में आमजनों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। कभी ट्रेन लेट आ रही है तो, कभी स्टेशन से ट्रेन लेट छोड़ी जा रही है। कारण सिर्फ और सिर्फ मालगाड़ी है। क्षेत्रीयजनों ने बताया कि विगत कुछ दिनों से पिंडरई स्टेशन के प्लेटफ़ार्म नंबर 1 में एक ट्रेन खड़ी हुई हैं। जिससे यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए क्षेत्रीयजनों ने संभागीय रेल प्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय नागपुर को एक आवेदन देते हुए समस्या निराकरण की मांग की है। आवेदन में कहां गया कि पिंडरई रेलवे स्टेशन में विगत कुछ दिनों से जो ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक में खड़ी है। उसके कारण प्लेट फार्म नंबर दो में ट्रेन आ रही है। जिसके कारण यात्रियों को ब्रिज पार करके जाना पड़ हा है। जिसमें यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस समस्या को देखते हुए क्षेत्रवासियों ने संभागीय रेल प्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा है। पिंडरई क्षेत्रवासियों की समस्याओं को लेकर समकित भूषण ने स्टेशन अधीक्षक से बात की और ज्ञापन को आगे भेजने एवं प्लेटफार्म नंबर एक खड़ी गाड़ी को अलग करने की बात कही। इस दौरान रोहित जैन, रौनक़ वासल, संस्कार सोनी, साहिल अशरफ़ी, शिवम् पटेल, नवीन जोगी, विवेक झरिया समेत अन्य क्षेत्रवासी मौजूद रहे।