समाज में शांति और भाईचारा स्थापित करने के उद्देश्य से धार्मिक पुस्तकों की सेवा की

in #raghogarhmp2 years ago

राधौगढ़, IMG-20220918-WA0021.jpgशनिवार-रविवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने जीने की राह, ज्ञान गंगा और गीता तेरा ज्ञान अमृत अध्यात्मिक पुस्तकों की सेवा पालिका बाजार, रुठियाई, सीतलपुर, हरिपुरा चैनपुरा, मनसाखेड़ी, खेजरा आदि ग्रामों में जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सेवा की गई | संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकों का सेवा करने का उद्देश्य है कि समाज में शांति और भाईचारा स्थापित करना है और सामाजिक बुराइयों को समाप्त करके स्वच्छ समाज तैयार करना है | समाज से दहेज रुपी कुरीतियों को जड़ से खत्म करना है | समाज में हो रहे अत्याचार, नशा, चोरी,रिश्वतखोरी भूर्ण हत्या,बलात्कार जैसे अपराधो पर रोक लगाने के लिए पुस्तकों के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान के बारे मैं जानकारी दी | सभी जाति की व सभी धर्म के लोगो ने हिंदू व मुसलमान भाईयों ने पुस्तके बड़े प्रेम से ली और कहा इन पुस्तको में बहुत अच्छे बाते लिखी है भगवान की सही भक्ति शास्त्रों अनुसार लिखी है परमेश्वर कबीर जी ने कहा है कि आच्छे दिन पाछै गए, सद्गुरु से किया ना हेत | अब पछतावा क्या करें, जब चिड़िया चुग गई खेत || पुस्तकों में जानकारी दी गई है कि परमात्मा साकार है या निराकार ? पूर्ण संत की क्या पहचान है ? पूर्ण मोक्ष कैसे मिलेगा ? इन सभी प्रश्नों की जानकारी प्रमाणित सहित पुस्तकों में दी गई है |
पुस्तक सेवा में उपस्थित सेवादार करण दास, हंसराज दास, अंकित दास, अभिषेक दास, कमल दास, घसीटा दास,पुरुषोत्तम दास, राम मोहन दास, बिहारी दास, पहलाद दास, विष्णु दास, मेघराज दास,विनय दास, मंजू दासी, दुर्गा दासी, प्रेमदासी सुदादासी आदि भगत और बहनों ने सेवाएं की |

संवाददाता, इदरीश मंसूरी