ठेकों पर सस्ती हुई शराब : जानलेवा, मिलावटी, देसी शराब के धंधे ने पकड़ा जोर
आम आदमी पार्टी द्वारा ठेकों में शराब सस्ती किए जाने का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है, जिससे अवैध शराब बेचने वालों के लिए कई तरह की परेशानियां खड़ी हो गई हैं क्योंकि उन्हें ठेके से कम दामों पर आसानी से शराब उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके चलते जानलेवा मिलावटी शराब व देसी शराब (लाहन) के धंधे ने जोर पकड़ लिया है। महानगर में अब लाहन की बिक्री होनी शुरू हो गई है। ठेकों पर शराब भले ही सस्ती हो गई है लेकिन इसके बावजूद लोग पैसे बचाने के चक्कर में जानलेवा मिलावटी शराब खरीदने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
वहीं, देसी शराब की बिक्री भी महानगर में तेजी से हो रही है जोकि नुक्सानदेह है क्योंकि इसकी कोई डिग्री व मापदंड नहीं होते। यह शराब अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है। एक्साइज विभाग ने ऐसी जानकारियों के बाद अपनी कार्रवाई में तेजी लानी शुरू कर दी है।
इसी क्रम में जालंधर वैस्ट द्वारा सतलुज दरिया के पास लगते गांवों नकोदर, नूरमहल, शाहकोट व आसपास के इलाकों में 1 लाख लीटर देसी शराब (लाहन) बरामद करके उसे नष्ट करवाया गया है व शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को अपने कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है जिसमें आने वाले समय में कई अहम तथ्यों का खुलासा होने की संभावना है।