वीरान पड़ा निवास नर्सरी का पॉली हाउस

in #poly2 years ago

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करीब छह वर्ष पहले निवास उद्यानिकी (नर्सरी) में संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए लगाया लाखो का पॉली हॉऊस बेकाम पड़ा हुआ है। इतने सालो के बाद भी पॉली हाऊस की कोई उपयोगिता नहीं रही है। रखरखाव के अभाव के चलते यह खराब भी होने लगा है। उद्यान प्रभारी की लापरवाही के चलते किसानों को इसका फायदा नहीं मिल उसका है और ना किसान पॉली हाऊस लगाने के लिए प्रेरित हो सके। शोपीस पॉली हाऊस से शासन को भले ही लाखो रूपए की क्षति पहुंची है। इसको लेकर जिला कलेक्टर का भी कोई ध्यान नही है। बताया गया है कि नियंत्रित वातावरण में ताजी सब्जियों एवं फूलों की खेती कर साल भर बाजार में उपलब्धता बनाए रखने एवं कम क्षेत्रफल में अधिक उत्पादन लेने के लिए उद्यानिकी में पॉली हाऊस की स्कीम चलाई जा रही है। जिससे किसान उद्यानिकी फसलो उत्पादकता बढ़ा सके। यहां निवास नर्सरी में करीब छह वर्ष पहले किसानो को पॉली हाऊस से रूबरू कराने और प्रशिक्षण देने के लिए विभाग के द्वारा करीब दस लाख से अधिक खर्च इसे लगाया गया था लेकिन इतने समय के बाद भी पॉली हाऊस की कोई उपयोगिता नहीं रही है। यहां के प्रभारी बसंत उइके के द्वारा पॉली हाऊस में किसी भी प्रकार का उत्पादन तक नहीं किया है। सालो से यह हाऊस शोपीस बना हुआ है और अब रखरखाव नहीं होने के चलते खराब हो रहा है। स्थानीय उद्यानिकी फसल लेने वाले किसानो का कहना है कि विभागीय कोई योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। उपकरण से लेकर बीज तक नहीं मिलते है। कागजो पर नर्सरी चल रही है। निवास उद्यानिकी फसलों का रकबा तक नहीं है। कुछ गांवो में जहां पानी की उपलब्धता है वहां फसले लगाई जाती है।

लावारिस छोड़ दी नर्सरी

बताया गया है कि निवास नर्सरी से किसानो को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। यहां उद्यानिकी फसलो को बढ़ावा देने के लिए शासन स्तर से कई योजनाएं संचालित है लेकिन किसानो को इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही है। नर्सरी को लावारिस छोड़ दिया गया। नर्सरी में अधीक्षक आवास है लेकिन उसमें ताला लगा रहता है। यहां के प्रभारी जबलपुर से कभी कभार नर्सरी आते है। पूरा काम माली के भरोसे छोड़ दिया जाता है।

बीस वर्ष से पदस्थ प्रभारी

बताया गया है कि निवास नर्सरी में अव्यवस्था का आलम है। यहां ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी नर्सरी का प्रभारी बनाया गया है। कई बार प्रभारी का स्थानांतरण किया गया है लेकिन एक भी बार दूसरी नर्सरी में ज्वानिंग नहीं की गई। जिससे मनमानी से नर्सरी का संचालन और नौकरी की जा रही है। शासन की सेवा शर्तों का खुल्ला माखौल उठाया जा रहा है कि एक स्थान पर इतने समय पदस्थापना है। सहायक संचालक उद्यानिकी के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।