रात में सोते समय आ रहा है पसीना? कोविड-19 के इस वेरिएंट से हो सकते हैं संक्रमित
विशेषज्ञ का दावा है कि रात में पसीना आना कोविड के नए स्ट्रेन का लक्षण हो सकता है. बायोकैमिस्ट्री के प्रोफेसर ल्यूक ओ'नील का दावा है कि रात में सोना अब दुख का करण बन सकता है, क्योंकि कोरोना के डेवलप हुए वायरस से संक्रमित लोग बिस्तर पर काफी पसीना बहाते हुए देख जा सकते हैं. ट्रिनिटी कॉलेज के प्रोफेसर ने नए पहचाने गए BA.5 वेरिएंट (BA.5 Variants) के बारे में चेतावनी दी है.
पसीना बहने से हो जाएं सावधान
'डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, पसीना बहना अब थोड़ा अलग है, क्योंकि यह अब वायरस में तब्दील हो गया है. शरीर की टी कोशिकाओं में कुछ प्रतिरोधक क्षमता होती है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और वायरस का मिश्रण थोड़ा अलग होने से लग बीमारी हो सकती है. इसमें रात में पसीना आना भी शामिल है |
टेंपरेचर कम होने पर भी आ सकता है पसीना
जानकारी के मुताबिक, रात में पसीना आने की बीमारी वयस्कों और बच्चों दोनों में हो सकती है. यहां तक कि जब आपके कमरा का तापमान ठंडा हो, तब भी पसीना आ सकता है. प्रोफेसर ओ'नील ने चेतावनी दी है कि नए वायरस के प्रतिरक्षा प्रणाली से टकराने का परिणाम है, जिसके परिणामस्वरूप अलग बीमारी होती है |
नए वेरिएंट के लिए नई वैक्सीन
उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान वैक्सीन अभी भी अच्छी सुरक्षा दे रहे हैं. नई वैक्सीनेशन को ठंड में आने वाली नई कोरोना लहर से पहले बना लिया जाएगा. इनमें फाइजर और मॉडर्न के पास सितंबर तक ओमिक्रॉन वैक्सीन और अक्टूबर तक BA.4/5 वैक्सीन होगी |