सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन ,महिलाओं ने दिखाई चुडिय़ां

in #news2 years ago

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चित्तौड़गढ़। समीपवर्ती डगला का खेड़ा, धनेत, घोसुण्डा, सतपुड़ा, कश्मोर, ओडून्द, कंथारिया, सुरपुर जाने वाले मार्ग का काम एक साल से बंद हो जाने और सड़क पर धूल, मिट्टी उडऩे से परेशान ग्रामीणों ने आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। धनेत के सरपंच रणजीत सिंह, श्रवण सिंह राव के नेतृत्व में पहुंचे बड़ी संख्या में महिला पुरूषों ने कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी की। उन्होनें ज्ञापन में बताया कि यह मार्ग पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत स्वीकृत हुआ था और फरवरी 2021 में कार्यादेश जारी किया गया था, लेकिन ठेकेदार ने सड़क को तोड़कर काम बंद कर दिया है जिससे 25 गांवों में आने जाने वाले ग्रामीण एक साल से धूल फांकने को मजबूर है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
ज्ञापन में बताया कि इस मार्ग पर प्रतिदिन पढऩे आने वाले छात्र, छात्राएं, दिहाड़ी मजदूर और नौकरी पेशा लोग प्रतिदिन आते है और सड़क खराब होने से जहां लोग दुर्घटना का शिकार हुए है वहीं वाहनों की भी क्षति हुई है। पहले वाले ठेकेदार का ठेका निरस्त करने के बाद 4 माह पूर्व नया ठेका करवा दिया। इसके बावजूद काम शुरु नहीं हुआ है और बरसात के चलते सड़क की स्थिति और खराब हो गई है।
बड़ी बात यह है कि सड़क पर गिट्टी और पत्थर होने के कारण कई पशु भी चोटग्रस्त हो चुके है। प्रदर्शन के दौरान जहां ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट सर्कल पर मानव श्रृंखला बनाई वहीं महिलाओं ने चुडिय़ां दिखाकर प्रदर्शन किया।

धनेत काजवे पर पुलिया की मांग
ज्ञापन में बताया कि धनेत कलां बाईपास पर एनिकट कम काजवे स्थित है और २५ गांव के ग्रामीण यहां से रोज गुजरते है। बरसात के दिनों में यह रास्ता बंद हो जाता है। पिछले दिनों पुलिया पर पानी आने से धीरज पुत्र कैलाश दमामी निवासी धनेत और मीना देवी पत्नी तुलसीराम कामड़ निवासी घोसुण्डा की पानी में डूबने से मृत्यु हो चुकी है। ग्रामीणों ने दोनों को ही उचित मुआवजा दिलाने और पुलिया को शीघ्र ऊंचा करवाने की मांग की है।