किसान को मिला 90 रुपये मुआवजा, बीमा कंपनी के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा ।
मुंबई। महाराष्ट्र के अकोला में खरीफ मौसम में ज्यादा बारिश होने से सोयाबीन-तुवर की दाल समेत कई अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है. किसान अपनी फसलों का सही मुआवजा मिलने के लिए बीमा कंपनी का प्रीमियम भरते हैं. अब फसल के तबाह होने पर जब किसान मुआवजे के लिए आवेदन कर रहे हैं तो उन्हें प्रीमियम से भी कम पैसा दिया जा रहा है. हाल में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें फसलों का सरकारी सर्वेक्षण कराने के बाद बीमा कंपनी ने 800 से ज्यादा प्रीमियम भरने वाले किसान महेश को महज 90 रुपये मुआवजा दिया, जबकि सरकारी अनुमान के मुताबिक उसे करीब 11,000 रुपये आर्थिक मदद मिलनी चाहिए थी. महेश के अलावा ऐसे कई और पीड़ित किसान हैं. एक किसानों को ₹155 तो किसी को ₹360 मुआवजा मिला है. हालांकि कि इन किसानों ने ये पैसा लेने से मना कर दिया है।