टूरिस्ट वीजा पर थाईलैंड गया युवक मलेशिया बॉर्डर पार करते पकड़ा गया

in #mp2 years ago

टूरिस्ट वीजा पर थाईलैंड गया युवक मलेशिया बॉर्डर पार करते पकड़ा गया
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सतना-सतना शहर में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है। थाइलैंड घूमने गया 24 वर्षीय युवक अमित मल्लाह 20 जून से मलेशिया की एलोर सेटर जेल में कैद है। उसके पिता रामजी ने एडवोकेट के माध्यम से बेटे की रिहाई के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और फिर गृह मंत्री अमित शाह को ट्विट कर मदद की फरियाद की लेकिन इस मामले में सक्रियता तब आई जब रामजी ने जरिए वकील ट्विटर के जरिए भारतीय दूतावास से संपर्क कर गुहार लगाई।
14 जुलाई को दूतावास को ट्वीट कर वस्तु स्थिति की जानकारी दी थी। उन्हें 15 जुलाई को जल्द से जल्द मदद का आश्वासन मिला। अगले दिन उन्हें आश्वस्त किया गया कि मदद के लिए मेल के जरिए काउंसलर ने उनसे संपर्क करेगा। इधर जेल में कैद होने की खबर के बाद यहां परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। कोलगवां थाना अंतर्गत टपरिया बस्ती निवासी अमित मल्लाह यूं तो पेशे से श्रमिक है, मगर वह 15 दिन के वीजा ऑन अराइवल पर 12 जून को घर से कोलकाता के लिए निकला था। 13 जून को कोलकाता से वह स्पाइस जेट नंबर- एसजी 742 से रवाना हुआ और 14 जून को बैंकाक पहुंचा। मां के मुताबिक इसी रात उसकी मोबाइल पर बात हुई। पिता की बेटे से अंतिम बार बात 20 जून को हुई। तभी उसने बताया कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाद में अमित के पिता रामजी को वीजा कराने वाले एजेंट के मैसेज इस बात का पता चला कि बेटा मलेशिया की एलोर सेटर जेल में कैद है। उसने आश्वस्त किया कि 10-15 दिन में छूूट जाएगा। मगर, अभी तक अमित का कोई सुराग नहीं है।अमित ने अपना पासपोर्ट भोपाल में बनवाया था। उसे वीजा दिलाने में बिहार के गोपालगंज थाना अंतर्गत मोहम्मदपुर निवासी अरविंद उत्तम कुमार ने अहम भूमिका निभाई थी। अरविंद उत्तम कुमार असल में सागर मैनपावर सर्विसेज का एजेंट है। अमित का वीजा ऑन अराइवल 14 जून से 28 जून तक वैध था। वीजा तैयार कराने में यूपी के प्रयागराज के किसी बाल मुकुंद ने बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। पिता रामजी मल्लाह के मुताबिक वीजा के एवज में उसके बेटे से 75 हजार रुपए लिए गए थे। जब वह गया था, तब उसके एकाउंट में 55 हजार रुपए थे। अमित अंग्रेजी नहीं जानता, उसने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है। पिता भी मजदूर हैं।