सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में मिलेंगी सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं

in #mp2 years ago

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प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं मरीजों को देने के लिए 'मुख्यमंत्री सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सुरक्षा" योजना शुरू की जाएगी। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की तर्ज पर इसे शुरू करने की तैयारी है। मेडिकल कालेजों में सुपर स्पेशियलिटी इकाई खोली जाएंगी।

यहां काम करने वाले सहायक प्राध्यापक, सह प्राध्यापक और प्राध्यापक को क्रमश: डेढ़ लाख, ढाई लाख और तीन लाख रुपये मासिक वेतन दिया जाएगा। इन्हें निजी प्रैक्टिस की अनुमति नहीं रहेगी। पहले चरण के लिए योजना में 125 करोड़ रुपये का प्रविधान किया जा रहा है। प्रारंभिक रूप से तीन या चार कालेजों में यह सुविधा शुरू की जाएगी।

इनमें भोपाल, रतलाम और सागर मेडिकल कालेज शामिल हो सकते हैं। कैबिनेट से मंजूरी के बाद योजना पर काम शुरू होगा। बता दें कि रीवा, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर मेडिकल कालेज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के लिए केंद्र ने 60 प्रतिशत राशि दी थी, लेकिन अब उसने अन्य कालेजोें के लिए राशि देने से मना कर दिया है। अब राज्य सरकार अपने बजट से शेष कालेजों में सुपर स्पेशियलिटी इकाई बनाएगी।

एक जगह अस्पताल बनाने में 150 से 200 करोड़ रुपये आएगा खर्च

एक मेडिकल कालेज में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने में 150 से 200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सबसे ज्यादा राशि भवन निर्माण और उपकरणों पर खर्च होगी। निर्माण शुरू होने के बाद भवन निर्माण और उपकरण खरीदी में करीब दो साल लग जाएंगे। अस्पताल शुरू करने में सबसे बड़ी चुनौती डाक्टरों के पद भरने की होगी। छोटे जिलों में सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टर जाना नहीं चाहते। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत तीसरे चरण में 150-150 करोड़ रुपये से रीवा, जबलपुर और ग्वालियर मेडिकल कालेज में शुरू हुई सुपर स्पेशियलिटी इकाई में भी यह चुनौती आ रही है।

यह हैं सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं

हृदय रोग, कार्डियो थोरेसिक सर्जरी, न्यूरोलाजी, न्यूरोसर्जरी, नियोनैटोलाजी (नवजात रोग), नेफ्रोलाजी (किडनी रोग), रुमैटोलाजी (वात रोग), कैंसर मेडिसिन एवं सर्जरी, बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी, त्वचा रोग, मनोचिकित्सा, शिशु रोग सर्जरी, यूरोलाजी (मूत्र संंबंधी रोग), गैस्ट्रो (उदर रोग) मेडिसिन एवं सर्जरी।

इनका कहना है
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की तरह मुख्यमंत्री सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शुरू करेंगे। इससे प्रदेश में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं का विस्तार होगा। साथ ही इनके नए पाठ्यक्रम भी शुरू हो सकेंगे। किडनी, लिवर, हार्ट, कैंसर की बीमारियों के अलावा न्यूरोलाजी व न्यूरो सर्जरी व अन्य विशेषज्ञता में बेहतर इलाज मिल सकेगा।

विश्वास सारंग, मंत्री, चिकित्सा शिक्षा