कान्हा पार्क दुनिया की सबसे बड़ी जैव विविधता की लैब

in #mandla2 years ago

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  • कान्हा पार्क 940 वर्ग किमी मंडला और बालाघाट जिले में फैला
  • 14 अप्रैल 2010 को कान्हा टाईगर प्रोजेक्ट में किया शामिल
  • बाघ के दीदार कर रोमांचित हो रहे पर्यटक
  • पर्यटकों ने पार्क में सफारी का उठाया लुफ्त

मंडला. विश्व की सबसे बड़ी जैव विविधता की प्रयोगशाला राष्ट्रीय उद्यान कान्हा है। जहां पर हर प्रकार के जीव जंतु वनस्पति वनों से आच्छादित है। दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु एवं वन्य प्राणी की उपलब्धता है। राष्ट्रीय उद्यान कान्हा के नाम से मंडला जिले को पूरी दुनिया में जाना जाता है। कान्हा नेशनल पार्क भारत के मध्यप्रदेश में मंडला और बालाघाट जिले की सीमा कान्हा में स्थित है। 1930 के दशक में कान्हा क्षेत्र को दो अभ्यारण्यों में बांटा गया था, हालोन और बंजर। जिसका एरिया 250 और 300 वर्ग किलोमीटर था।
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जानकारी अनुसार कान्हा नेशनल पार्क को 1 जून 1955 को बनाया गया। इसकी सीमाएं 940 वर्ग किमी मंडला और बालाघाट जिले में फैला हुआ है। इसके बाद 110 किमी फैन सेंचुरी के साथ यह कान्हा टाइगर रिजर्व को 1973 में बनाया गया। जिसके बाद इसका और विस्तार किया गया। कान्हा टाइगर प्रोजेक्ट के रूप में 14 अप्रैल 2010 को लिया गया था। यह मध्य भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। इस पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर तेंदुए, भालू, बारहसिंघा और जंगली कुत्ते की महत्वपूर्ण आबादी है।
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इसके साथ ही कान्हा के जंगल में सरई, साल, बॉस समेत अन्य वृक्षों का मिश्रण जंगल है। यहां पर भारतीय भूत कहीं जाने वाला कुल्लू वृक्ष भी देखा जा सकता है। यहां पर घास की भी कई प्रजातियां हैं, जो बारहसिंघा के अस्तित्व के लिए जरूरी है। कान्हा नेशनल पार्क निश्चित रूप से मंडला को प्रकृति में अनुपम धरोहर के रूप में जंगली प्रजातियों जीवों को स्वर्ग की दुनिया मानी गई है। यहां अनेक दुर्लभ प्रजातियों की वनस्पति की विविधता प्राप्त होती है इसलिए दुनिया की सबसे बड़ी जैव विविधता की लैब राष्ट्रीय उद्यान कान्हा को माना गया है।
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कान्हा है सबसे बेहतरीन :
कान्हा नेशनल पार्क का भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बताया कि कान्हा का जंगल बहुत ही सुंदर और मनमोहक है। यहां बार-बार आने का मन करता है। पर्यटकों ने बताया कि इससे पहले भी कान्हा पार्क में बाघों को देखने का मौका हमें मिल चुका है। पर्यटकों ने कान्हा को सबसे बेहतरीन बताया। पर्यटकों का कहना था कि उन्हें तो वापस कान्हा देखने आना ही था। लेकिन इस बार तो कभी न भूलने वाला अवसर कान्हा में मिल गया। अब तो बार बार कान्हा आने का मन करेगा।
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आकर्षण का केंद्र बना कान्हा पार्क :
कान्हा नेशनल पार्क में पर्यटकों को इन दिनों बाघ के दीदार बहुत ही अच्छे से हो रहे है। पार्क आने वाले पर्यटक मायूस नहीं हो रहे हैं। पर्यटकों को बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों के दीदार हो रहे हैं। जिसके चलते इस समय देशभर में कान्हा नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पर्यटकों को कान्हा बेहद भा रहा है। यहां आने वाले पर्यटक दोबारा जरूर आना चाहते हैं। खूबसूरत जंगल के साथ बाघों को देखना पर्यटकों के लिए एक अलग ही आकर्षण लेकर आता है। यही कारण है कि कोरोना संकट काल में भी देश विदेश के पर्यटकों के लिए कान्हा नेशनल पार्क सबसे प्रमुख पर्यटन केंद्रों में शुमार था। भारत या मध्यप्रदेश भ्रमण के दौरान पर्यटकों की लिस्ट में कान्हा पार्क घूमना जरूर शामिल रहता है।
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वाइल्ड लाईफ प्रेमी भी पहुंच रहे पार्क :
रैनी सीजन शुरू होने वाला है, जिसको देखते हुए पर्यटकों की संख्या में कमी की आशंका थी, लेकिन अभी मानसून सक्रिय नहीं हुआ है, जिसके कारण पर्यटक पार्क में भ्रमण को पहुंच रहे है, इस समय कान्हा पार्क पर्यटकों से गुलजार है। बाघ के दीदार के कारण कान्हा में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। सैकड़ों पर्यटक पार्क भ्रमण करने पहुंच रहे है। कान्हा पहुंचकर पर्यटक जंगल सफारी का आनंद ले रहे है। यहां आए पर्यटकों में दूसरे राज्यों से आए वाइल्ड लाइफ प्रेमी भी शामिल है। कान्हा टाइगर रिजर्व में सुरक्षा के सभी इंतजाम पुख्ता है। शासन, प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार पर्यटकों को भ्रमण कराया जा रहा है।
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जंगल सफारी में पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्ध :
बता दे कि विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में हर आने वाले पर्यटक बाघ देखने की उम्मीद लेकर आते है और यहां बाघ के दीदार भी पर्यटकों को अभी हो रहे हैं। जिसके कारण पर्यटकों को इस समय कान्हा पार्क सबसे अधिक पसंद आ रहा है। फिलहाल कान्हा में अभी कुछ प्रसिद्ध बाघों के दीदार पर्यटक कर रहे है। पार्क में पर्यटकों को बाघिन के साथ उनके शावकों को भी विचरण करते हुए देखा जा रहा है। जंगल में सफारी करने आए पर्यटक इन्हें देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे है। पर्यटकों का कहना है कि इन बाघों को देखकर बार-बार कान्हा के जंगल की सफारी करने का मन करता है। ऐसा दृश्य देखना मन को सुकून देने वाला है।
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विगत दिवस पार्क में सफारी करने गए पर्यटकों को एक, दो नहीं बल्कि एक साथ तीन और पांच बाघ देखने का मौका मिला। एक साथ इतने बाघ देखकर पर्यटक भी इन्हें देखते रह गए। अपने सामने दो से अधिक बाघ देखना भी इन्हें आश्चर्यचकित लग रहा था। बता दे कि एक-दो बाघ के दीदार पर्यटकों को आसानी से हो जाते है। लेकिन एक साथ तीन से लेकर पांच बाघ कभी-कभी ही देखने को मिलते है। लेकिन इस समय कान्हा में नैना बाघिन समेत अन्य वन्य प्राणियों ने अपना जलवा बिखेर रहे है। बाघ को देखकर पर्यटकों के खुशी का ठिकाना नहीं है। पर्यटक इस दृश्य को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर रहे है।
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