जानकीपुरम जोरों से चल रहा सट्टे का कारोबार, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

in #lucknow2 years ago

लखनऊ। जानकीपुरम पुलिस का सट्टे पर कोई अंकुश नहीं है। माड़ियाव गांव में अयोध्या नामक व्यक्ति सट्टे का बाजार चला रहा हैं। जानकीपुरम पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। पुलिस का सटोरियों के विरूद्ध कोई एक्शन न लेना कहीं न कहीं सवालियां निशान खड़ा करता है। वैसे भी पुलिस ने एक लम्बे अर्से से सटोरियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सट्टे के कारोबार को चरमसीमा पर पहुंचाने में पुलिस का भी बराबर का हाथ है। इस बीच सूत्रों से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि जिस तरह से माड़ियाव में हाइटेक सट्टे का संचालन किया जा रहा है। इसमें अयोध्या नामक व्यक्ति के तीन से चार खाइवाल मिलकर दर्जनभर से अधिक जगहों पर सट्टे को संचालित कर रहे हैं। ग्राहकों से ऑफलाइन पट्टियां भी ली जा रही है।इधर सट्टे के नशे में युवा वर्ग तबाह हो रहा है। नई पीढ़ी भविष्य की चिंता की करने की बजाय एक के 80 करने में किस्मत आजमाते हुए बर्बाद हो रही है।घरों में आर्थिक समस्याओं के उत्पन्ना होने से क्लेश बढ़ रहे हैं। विवाद की स्थिति बन रही है। इस तरह सट्टे के अवैध कारोबार ने कई परिवारों का जीना मुहाल कर रखा है। इस अवैध कारोबार को रोकने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है वो बढ़ावा दे रहे हैं। जागरूकजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते सट्टे के कारोबार पर रोक नहीं लगाई तो नई पीढ़ी का जीवन पूरी तरह बर्बाद होने में देर नहीं लगेगी।

कभी-कभार होती है छुटपुट कार्रवाईः

पुलिस को एक लंबे अर्से से सट्टे के मामले में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। कभी-कभार फुटपाथ पर बैठकर पट्टी लिखने को वालों को पकड़कर मुचलके पर छोड़ दिया जाता है। जबकि सट्टे का कारोबार सिर्फ फुटपाथ तक ही सीमित नहीं है। बड़े-बड़े रसूखदारों का इसमें बड़ी भूमिका है। सटोरियों पर कार्रवाई न हो पाने के पीछे माड़ियाव गांव के हल्का इंचार्ज ही बताए जाते है। मैदानी अमले से जुड़े पुलिस कर्मचारियों की सटोरियों से अच्छी खासी मिलीभगत है। उन्हीं के माध्यम से सटोरिए धंधा चलाने के एवज में थाने को मालामाल कर रहे हैं। सालाना आपराधिक रिकार्ड की यदि बात की जाए तो जनवरी से अगस्त तक सट्टे के मामले में गिने-चुने ही केस दर्ज किए गए हैं अधिकांश केस थाने के बाहर ही निपटा दिए जाते है।सट्टे के इस अवैध कारोबार ने मध्यम वर्ग के युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। जो कुछ पैसों से अधिक पैसे बनाने के लालच में आकर रोजाना अपनी थोड़ी बहुत जमा पूंजी भी सट्टे पर उड़ेल रहे हैं। यहां तक की दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का पेट पालने वाला मजदूर भी रोज की कमाई का कुछ हिस्सा सट्टे में लगाकर अपने व परिवार के लिए मुसीबत खड़ी कर रहा है।

माड़ियाव गांव में सट्टे के ये हैं हॉटस्पॉट

माड़ियाव गांव में मौर्या टोला , सरैया टोला, मौर्या भट्टा के आसपास सट्टे के कारोबार के हॉट स्पॉट है।