AMU में कश्मीरी छात्रों का SSP ने मांगा ब्यौरा,मचा भूचाल,छात्र बोलें निजाता का हो रहा है हनन

in #kashmiri2 years ago

IMG-20230106-WA0013.jpg20221116_223613.jpgअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा कश्मीरी छात्रों से उनकी पर्सनल जानकारी मांगने का मामला तूल पकड़ रहा है . इससे कश्मीरी छात्र परेशान है. वही पुलिस का पत्र विश्वविद्यालय के समस्त विभागों के चेयरमैन व एडमिशन सेक्शन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया है. जबकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों का आरोप है कि एसएसपी द्वारा मांगी गई जानकारी के चलते उनके साथ में निजाता का हनन किया जा रहा है।
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एएमयू के असिस्टेंट कंट्रोलर फैसल वारिस की ओर से जारी पत्र में डीन स्टूडेंट वेलफेयर समस्त विभागों के चेयरमैन, कॉलेज के प्रिंसिपल सहित अन्य विभागों को पत्र लिखकर जम्मू कश्मीर निवासी छात्र छात्राओं से जानकारी मांगी है. पत्र में कहा गया है कि अध्यनरत छात्रों की कुल कितनी संख्या है. जानकारी देने के लिए एक फॉर्मेट भी जारी किया गया है . पत्र में यह भी हवाला दिया गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से जानकारी को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क किया गया. ऐसे में जानकारी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाए. हालांकि अब यह मामला तूल पकड़ रहा है.
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कश्मीरी छात्रों ने बताया कि यह पहली बार है जब इस तरह की इंफॉर्मेशन ली जा रही है. आखिर कश्मीरी छात्रों से पर्सनल इंफॉर्मेशन क्यों ली जा रही है. इससे छात्र चिंतित है कि आखिर इस तरह की इंफॉर्मेशन एसएसपी क्यों मंगा रहे हैं . इसको लेकर के कश्मीरी व पूर्वोत्तर भारत के छात्रों से फॉर्म भरवाया जा रहा है. जब कश्मीरी छात्रों का पूरा डाटा एएमयू प्रशासन के पास है तो आखिर फिर से जानकारी के लिए फार्म क्यों भरआए जा रहे हैं . कश्मीरी छात्रों से आखिर पर्सनल जानकारी क्यों मांगी जा रही है . अगर पुलिस प्रशासन को जानकारी चाहिए तो वह एएमयू प्रशासन से जानकारी जुटाये. छात्रों को क्यों इंवॉल्व किया जा रहा है.

जम्मू कश्मीर के छात्रों से पर्सनल जानकारी मांगी जा रही है. जिसमें उनके परिवार के लोगों का नाम, परमानेंट एड्रेस और मोबाइल नंबर की जानकारी मांगी गई है . यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से 31 को नोटिफिकेशन जारी की गई है और इसको लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं. यह पहली बार हो रहा है. एएमयू में कश्मीरी छात्र पहले से ही परेशान चल रहे थे और एक बार फिर से पुलिस प्रशासन द्वारा मांगी गई जानकारी को लेकर कश्मीरी छात्र परेशान दिख रहे हैं. जब कश्मीरी छात्रों ने एएमयू प्रशासन से इस बारे में पूछा तो कोई जानकारी नहीं मिली. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि एक रूटीन है.

इस मामले में एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि पुलिस की तरफ से लेटर आया था. जिसमें कश्मीरी व यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कुल छात्रों की संख्या पूछी गई है. सिर्फ कश्मीर ही नहीं नॉर्थ ईस्ट , अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा के जो छात्र यह एएमयू में पढ़ रहे हैं उनके बारे में डिटेल जानकारी मांगी गई है. यह जानकारी डेटाबेस सूचना कहलाती है, जो यूनिवर्सिटी के पास मौजूद रहती है. प्रोफेसर वसीम अली ने कहा कि इसमें छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि यह डेटाबेस इंफॉर्मेशन हर साल जिला प्रशासन को जाती है. प्रोफेसर वसीम अली यह भी कहते हैं कि उनकी सेफ्टी , सुरक्षा के लिए शायद सूचनाएं मांगी गई हो.