अखिलेश के गले लग फूट-फूटकर रोए भाजपा नेता, अंतिम दर्शन को सैफई में उमड़ा जनसैलाब
समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को उनके पैतृक निवास स्थान सैफई में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुलायम सिंह यादव का निधन सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार को हो गया था। वे कई बीमारियों से ग्रसित थे और लगभग एक महीने पहले भर्ती कराए गए थे। सोमवार शाम को ही उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास इटावा के सैफई पहुंच गया। वहां कल शाम से उनके अंतिम दर्शन करने वालों का तांता लगा हुआ था। वहीं, नेता जी की अंत्येष्टि से पहले भाजपा सांसद वरुण गांधी अखिलेश के गले लगकर रोए।
उनके अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम सैफई जाकर मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद मंगलवार सुबह भी सीएम योगी सैफई पहुंच गए। उनके अलावा प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी पहुंच गए। उन्होंने अखिलेश यादव के हाथों को अपने हाथ में लेकर उन्हें सांत्वना दी।
अखिलेश के गले लगकर रोए वरुण गांधी
इनके अलावा सपा सांसद जया प्रदा, अभिनेता अभिषेक बच्चन, उद्योगपति अनिल अंबानी, सुब्रत राय सहारा, भाजपा सांसद वरुण गांधी, राजनेता शरद यादव, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल व योग गुरु बाबा रामदेव ने भी समाजवादी नेता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। भाजपा सांसद वरुण गांधी अखिलेश के गले लगकर रोए।मैनपुरी और इटावा जिलों के लोगों का जनसैलाब कल से उनके अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ा। इस दौरान 'मुलायम सिंह यादव जिंदाबाद', 'नेता जी अमर रहें' के नारों से सैफई गूंजता रहा। अभी तक डेढ़ लाख से ज्यादा लोग पहुंचे सैफई
समाजवादी पार्टी के संस्थापक व पूर्व रक्षामंत्री 'धरतीपुत्र' मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई में जनसैलाब उमड़ पड़ा। बताया जा रहा है कि अभी तक लगभग डेढ़ लाख लोग पहुंच चुके हैं।
सपा संरक्षक की अंतिम यात्रा में लोग सभी अपने नेता का अंतिम दर्शन करने के लिए बेताब नजर आए। लोगों में एक-दूसरे को धकेलकर आगे बढ़ने की होड़ मची रही। श्रद्धांजलि देने के लिए कतारों में रहे आम और खास लोग
मंच पर सांसद से लेकर विधायक और यहां तक कि बड़े नेता भी लाइन में रहे। जिनमें यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, राज्य मंत्री असीम अरुण, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, देवेंद्र सिंह भोले, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु ने भी लाइन में लगकर ही मंच श्रद्धाजंलि अर्पित की।
बेतहाशा भीड़ से पंडाल में बेहोश हुए लोग
लोगों में नेताजी की आखिरी बार देखने की ऐसी लालसा थी कि पंडाल में लगे खंभे पर चढ़ गए और फोटो खींचते रहे वीडियो बनाते रहे। भीड़ बढ़ने से मची अफरा-तफरी और उमस से पंडाल में तीन-चार लोग बेहोश हो गए। आनन-फानन उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
लोगों के सब्र का टूटा बांध तो रामगोपाल ने की मार्मिक अपील
अपने नेताजी को श्रद्धाजंलि देने के लिए मंच तक न पहुंच पाने वाले लोगों के सब्र का बांध टूट गया।लोग बैरिकेडिंग के नीचे और ऊपर से निकलकर मंच की तरफ बढ़ने लगे।इसको देखकर कमिश्नर डॉ. राजशेखर के आग्रह पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने माइक संभालकर लोगों से मार्मिक अपील की,लेकिन भीड़ अपने नेताजी के पास पहुंचने के लिए थम ही नहीं रही थी।उ
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