लखनऊ के जिस मॉल में नमाज पर है बवाल, जानें कहां से आया उसका नाम 'LuLu'

in #in2 years ago

लखनऊ के लुलु मॉल का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 जुलाई को किया था. यह भारत का सबसे बड़ा शापिंग मॉल है, जो लगातार चर्चा में बना हुआ है. वहीं, लुलु मॉल में नमाज पढ़ने को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है.उत्तर प्रदेश की राजधानी में जब से लुलु मॉल खुला है तब से वो सुर्खियों में बना हुआ है. लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में 11 एकड़ में करीब 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से बना देश का सबसे बड़ा शापिंग मॉल खुलने से पहले अपने स्ट्रक्चर और खूबसूरती को लेकर चर्चाओं में था, लेकिन अब मॉल में नमाज पढ़ने और स्टाफ को लेकर विवाद छिड़ गया है. इसके अलावा मॉल के नाम को लेकर भी तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं. आइए जानते हैं आखिर लुलु का क्या मतलब है? बता दें कि लखनऊ में खुले शापिंग मॉल का नाम लुलु इसलिए रखा गया है, क्योंकि इसके मालिक एमए युसूफ अली ने गल्फ में साल 2000 में लुलु हाइपरमार्केट ग्रुप की शुरुआत की थी. यह एक सुपरमार्केट चेन है. ऐसे में उन्होंने जितने भी मॉल खोले उनका नाम लुलु ही रखा है. युसूफ अली भारतीय मूल के हैं और उनकी पैदाइश केरल के त्रिशूर की है.

एमए युसूफ अली का पूरा नाम, युसूफ अली मुसलमीन वेटिल अब्दुल कादर है, लेकिन ये युसूफ अली के नाम से मशहूर हैं. वो लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. युसूफ अली के दुनियाभर में लुलु हाइपरमार्केट के चेन हैं और लुलु इंटरनेशनल शॉपिंग मॉल भी है. साल 1973 में युसुफ अली केरल छोड़कर अबू धाबी चले गए थे, जहां उन्होंने लुलु मॉल की शुरूआत की. आज हम बताएंगे कि 'लुलु' नाम के शब्द कैसे और कहां से युसूफ अली ने लिया है.
लुलु मॉल के मालिक युसूफ अली ने लुलु शब्द को अरबी से लिया है, जिसका मतलब मोती होता है. लुलु शब्द का जिक्र कुरान के सूरह रहमान में और कुरान के आयत नंबर 22 में है. युसूफ अली ने बस इसी को ध्यान में रखते हुए अपने ग्रुप का नाम रखा. इस ग्रुप के स्टोर्स मिडिल ईस्ट एशिया, अमेरिका और यूरोप सहित दूसरे 22 देशों में हैं. दुनिया में इनके कुल 235 रिटेल स्टोर हैं. अरब देशों में होने के होने के चलते उन्होंने अरबी शब्द लुलु को लेकर अपने ब्रांड और मॉल को रखा है ताकि पहचान स्थापित कर सकें और अब वो विस्तार भारत में कर रहे हैं.