इलाज के लिए भटक रहे ग्रामीण, उप स्वास्थ्य केन्द्र, वेलनेस सेंटर बंद
- संविदा कर्मियो ने बनाई मानव श्रृंखला, बेमियादी हड़ताल जारी
मंडला. पूरे प्रदेश के साथ जिले के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चितकालीन हडताल पर है। सोमवार को हडताल का पांचवा दिन रहा। संविदा कर्मियो ने मानव श्रंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया। कर्मियो का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं की जाती अनिश्चितकालीन हडताल जारी रहेगी। बताया कि वर्षो से संविदा कर्मी अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे है लेकिन सरकार द्वारा उपेक्षा की जा रही है। जिससे नाराजगी बढती जा रही है। रोजाना अलग-अलग गतिविधि के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है।
- मार्ग पर बनाई मानव श्रृंखला :
बताया गया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मियो ने हड़ताल के पांचवे दिन मानव श्रृंखला बनाई और नारे लगाते हुए अपने शोषण के लिए आवाज उठाई। संविदा कर्मियो की मांग है कि सभी संविदा कर्मियो का नियमितीकरण किया जाये। नियमितीकरण होने तक 90 प्रतिशत वेतनमान का लाभ दिजा जाये। जिन कैडर के लिए पोस्ट नहीं है उनके लिए कैडर बनाकर नियमितीकरण किया जाये। आउटसोर्स कर्मियो को एनएचएम में वापस लिया जाये।
कोरोना में की दिन-रात मेहनत :
धरना स्थल पर संबोधित करते हुए डा.पाटिल ने कहा कि कोरोना में दिन रात संविदा कर्मियो ने मेहनत की लेकिन फिर भी सरकार उपेक्षा कर रही है। जिलाध्यक्ष डॉ.मुकेश झारिया ने कहा कि सरकार ने सभी विभागो को लाभ दिया है सिर्फ एनएचएम कर्मियो से भेदभाव किया जा रहा है। सीएचओ वंदना टांडिया ने कहा कि महत्वपूर्ण सेवा होने से पूरी सुरक्षा दी जानी चाहिये। डॉ.ओपी पटैल ने कहा कि कर्मचारी मांग पूरी तक धरना पर डटे रहेंगे। एनआरसी प्रभारी रश्मि वर्मा ने कहा कि महिला संविदा कर्मचारी बेहद कम वेतन में काम कर रही है सरकार ध्यान नहीं दे रही है।बच्चो के साथ आई महिलाकर्मी, दिव्यांग कर्मचारी पहुंचे :
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो की हडताल में सभी कर्मचारी बढ चढकर शामिल हो रहे है। महिला कर्मचारी छोटे-छोटे बच्चो को लेकर धरना स्थल पर आकर आवाज उठा रही है। वहीं निवास सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डाटा एंट्री आपरेटर प्रहलाद तेकाम दिव्यांग है और धरना स्थल पर आकर मांगो को पूरा करने के लिए आवाज उठाई।