छात्रनेता विवेकानंद पांडेय सहित 69 लोगो का सरकार ने लिया जंगीपुर कांड से मुकदमा वापस

in #ghazipur2 years ago (edited)

3547a456-6974-4456-b516-ad38d062ed41-660x330.jpgगाजीपुर। बहुचर्चित 15 अगस्त 2015 जंगीपुर काण्ड के अन्दोलनकारियों का मुकदमा सरकार ने किया वापस। संविधान निर्माता डा0 भीमराव अम्बेडकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पण्डित दीन दयाल उपाध्याय के मूर्ति पर माल्यापर्ण कर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खूशी का इजहार किया। छात्र नेता विवेकानन्द पाण्डेय सहित अन्य पर दर्ज किये गये थे। गैंगेस्टर, गुण्डा एक्ट सहित दो दर्जन गम्भीर आपराधिक धाराओं में मुकदमे। 15 अगस्त 2015 को जनहित की समस्याओ को लेकर जंगीपुर में हुआ था जबरदस्त विरोध प्रदर्शन और पुलिस ने लाठी चार्ज पर उग्र हो गयी थी जनता। समाजवादी पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जंगीपुर काण्ड को बड़ा मुद्दा बनाया था। बर बर लाठी चार्ज व विवेकानन्द पाण्डेय सहित 69 लोगो को जेल मे डालने के प्रकरण में आन्दोलन कारियों से मिलकर तत्कालीन एम0एल0सी0 चेतनरायन सिंह व केदार नाथ सिंह ने मामले को सदन में उठाया था। उसके बाद पूर्ववर्ति भाजपा सरकार के कानूनमंत्री व वर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री श्री व्रजेश पाठक से मिलकर सपा सरकार में निर्दोषो पर मंत्री के दबाव मे दर्ज मुकदमें वापस करने के लिये छात्र नेता विवेकानन्द पाण्डेय सहित अन्य लोगो द्वारा मांग किया गया था। तब उनके द्वारा आन्दोलनकारियों को ठोस आवश्वासन दिया गया था मुकदमा वापस होने पर उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्य मंत्री श्री व्रजेश पाठक जी ने विवेकान्द पाण्डेय को फोन कर दिया बधाई और कहे कि हुई है सत्य की विजय। छात्र नेता विवेकान्द पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी व उपमुख्य मंत्री जी व्रजेश पाठक जी के प्रति कृत्यज्ञता ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया। श्री पाण्डेय ने सम्बन्धित सम्मानित न्यायालय को भी सिर झुकाकर प्रणाम किया और कहा कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही। समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा जंगीपुर वासियो पर किये गये उत्पीड़न को कभी भूला नही जा सकता। आज जंगीपुर की जनता को न्याय मिला है। ज्ञातब्य हो कि 12 अगस्त 2015 को सड़क, विजली, पानी व किसानों के मुआवजे सहित अन्य जनहित समस्याओ के लिए शान्तिपूर्ण तरीके से छात्र नेता विवेकानन्द पाण्डेय द्वारा आमरण अंशन किया जा रहा था। लेकिन चौथे दिन 15 अगस्त 2015 को जंगीपुर में सपा के मंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित था इसलिये सपा नेताओं द्वारा जबरन पुलिस पर दबाव बनाकर आन्दोलनकारियों पर लाठी चार्ज कर अंशन को खत्म करने का प्रयास किया गया जिस पर क्षेत्रीय जनता भड़क गयी पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया तो जनता द्वारा पथराव शुरु हो गया इस दौरान पुलिस द्वारा भीड़ को काबू करने के लिये कई राउण्ड गोलिया दागी गयी थी और अन्दोलनकारियों द्वारा कई दर्जन बसे व ट्रको को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। कई पुलिस कर्मियो को चोटे आयी जिसके बाद मामला इनता गम्भीर हो गया कि प्रशासन को 5 जिलो वाराणसी, बलिया, चन्दौली, मऊ व गाजीपुर से फोर्स बुलानी पड़ी तब जाकर मामला नियंत्रण में आया और इस दौरान छात्र नेता विवेकानन्द सहित 69 नामजद व 900 अज्ञात लोगो पर गम्भीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल दिया गया। जेल में रहने के दौरान आन्दोलनकारियों पर खूब पुलिसिया उत्पीड़न किया गया। लगभग 3 माह जेल में रहने के बाद विवेकान्द पाण्डेय व अन्य आन्दोलनकारियों को कोर्ट की जमानत पर रिहाई हुई। जेल मे रहने के दौरान विवेकानन्द पाण्डेय सहित 10 लोगो पर गैगेस्टर लगाया गया था। जेल से रिहा होने पर छात्र नेता विवेकानन्द पर गुण्डा एक्ट की कार्यवाई कर छः माह के लिये जिला मजिस्ट्रेट गाजीपुर द्वारा जिले से जिला बदर कर दिया गया। उक्त अवसर पर रमेश मिश्रा, मुक्तेश्वर तिवारी, ईमरान, हरिश्चन्द्र पाण्डेय, गोलू सिंह, मण्टू मिश्रा, संजय तिवारी, अप्पू कुशवाहा, सतीश मिश्रा, किशन गुप्ता, शिवम उपाध्याय, अभिषेक द्विवेदी सहित दर्जनो लोग उपस्थित रहे। मुकदमों का उक्त विवरण अपराध सं0-626/2015 धारा-3 (1) उ0प्र0 गैंगेस्टर एक्ट, मुकदमा सं0-548/201 धारा-147, 148, 149, 188, 307, 323, 332, 333, 364, 365, 395, 436, 337, 338, 342, 353 भा0दं0सं0 एवं धारा 7 क्रिम0ला अमेंडमेंट एक्ट तथा ¾ लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम व गुण्डा एक्ट थाना जंगीपुर जिला गाजीपुर में दर्ज हुआ।