पेड़ों को काट अवैध तरीके से संचालित हो रहे दर्जनों ईंट-भट्टे

in #dozens2 years ago

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डिण्डोरी शहर सहित अंचल में बड़ी संख्या में कई लोगों द्वारा अवैध तरीके से ईंट भट्टे संचालित किये जा रहे हैं। यह लोग बेखौफ होकर नदी किनारे से मिट्टी खोद रहे हैं और ईंटों का निर्माण कर मोटी रकम कमा रहे हैं। वहीं इन ईंटों को पकाने के लिए संचालक द्वारा सूने क्षेत्रों से कई वृक्षों को बेदर्दी से काटकर ईंटें पकाई जाती हैं लेकिन अभी तक स्थानीय प्रशासन ने इन ईंट भट्टों के संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। मालूम हो कि शहर के आसपास इन दिनों बड़ी संख्या में कुछ लोगों द्वारा प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से अवैध तरीके से ईंट-भट्टों का संचालन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सुबखार के अलावा नर्मदा पुल पार लुकामपुर मार्ग सहित अन्य स्थानों पर करीब एक दर्जन से अधिक ईंट-भट्टे संचालित किये जा रहे हैं जो लोग ईंट भट्टे का संचालन कर रहे हैं उनमें से अधिकांश नदियों के किनारे से अवैध तरीके से मिटटी खोदकर, पेड़ों को काटकर ईंटों को तैयार कर रहे हैं। लगातार इन लोगों द्वारा शासन को राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। जबकि जो लोग यदि नियम अनुसार वैध तरीके से ईंट भट्टे लगाते हैं वो लोग सबसे पहले राजस्व विभाग से उसकी परमिशन लेते हैं और उसके बाद प्रशासन द्वारा उन्हें परमिशन मिलती है और भट्टे संचालित करते हैं यदि ये लोग प्रशासन से परमिशन लेते तो अधिकारियों के पास भट्टों की सूची होती।
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रोड किनारे कटे डले हैं पेड़

दूसरी ओर बजाग की दो रेंजों में सड़क किनारे अनेक हरे-भरे पेड़ कटे डले हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां बीट गार्ड की मदद से ईंट भट्टा संचालकों के द्वारा पेड़ काटे जा रहे हैं। यहां गौराकन्हारी रेंज तथा धुरकुटा की तेन्दूभर्रा बीट में पेड़ों के काटे जाने की शिकायतें अधिकारियों को की जा चुकी है। वहीं पंडरीपानी सहित इन क्षेत्रों में लगभग 5 ईंट भट्टे संचालित है जो अपनी जरूरतों के लिए कीमती पेड़ों को काट रहे हैं। यहां ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जब सड़क किनारे पेड़ों का कत्लेआम किया गया है तो जंगल के अंदर के क्या हालात होंगे। हरे-भरे पेड़ों की कटाई को लेकर शिकायतें किए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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