झगड़िया में छोटू का जलवा तो भरूच में मुमताज एक्टिव, मध्य गुजरात में किसकी हवा

in #digras2 years ago

मध्य गुजरात में दूसरे चरण में मतदान होगा। नामांकन वापसी की समय-सीमा निकलने के बाद अब सभी पार्टियों ने इस जोन में फोकस बढ़ा दिया है। 2017 के चुनावों में मध्य गुजरात में बीजेपी को नुकसान की बजाए फायदा हुआ था। पार्टी की सीटें 20 से बढ़कर 22 हो गई थीं। जानिए कैसा है मध्य गुजरात का मूड?whatsapp-image-2022-11-24-at-44427-am-95724999.jpg
वडोदरा: गुजरात के हर जोन और जिल में अलग समीकरण देखने को मिल रहे हैं। दक्षिण गुजरात के सूरत में आप कुछ सीटों पर बीजेपी का मूड बिगाड़ रही है। मध्य गुजरात में बागी बने क्षेत्रीय क्षत्रप अपने इलाकों में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। सूरत से निकलकर हमारी टीम जब अंकलेश्वर पहुंची तो पता चला कि भरूच में लगभग 2017 वाली स्थिति ही बरकरार रहेगी। जंबुसर की सीट जिस पर कांग्रेस का कब्जा है। उसका परिणाम कुछ इधर-उधर हो सकता है। 2017 के चुनाव में बीजेपी को ग्रामीण क्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ा था। सौराष्ट्र में सीटें घटी थीं, लेकिन मध्य गुजरात में सीटों की संख्या अच्छी रही थी। पार्टी को 40 में से 22 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि 2012 में उसे 20 सीटें हासिल हुई थीं। पार्टी ने वडोदरा शहर में क्लीन स्वीप किया था। जिले में दो सीटों को छोड़कर तीन पर जीत हासिल की थी। ऐसे में पार्टी को क्या आप की एंट्री से फायदा मिलेगा या फिर अपनों की बगावत से नुकसान उठाना पड़ेगा। इसका पता आठ दिसंबर को चलेगा।