जहांगीरपुरी हिंसा को दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग आंदोलन से जोड़ा, दायर की 2063 पन्नों की चार्जशीट

in #delhi2 years ago

जहांगीर पुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी है. पुलिस ने हिंसा के 37 आरोपियों के खिलाफ 2063 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब तक 37 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.अभी भी 8 आरोपी फरार हैं.

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दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में जहांगीरपुरी हिंसा को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में हुए शाहीन बाग आंदोलन से जोड़ दिया है. दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि ये घटना शाहीन बाग आंदोलन और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के क्रम में ही हुई. देश के अलग-अलग इलाकों में 10 अप्रैल 2020 को रामनवमी के दिन हुई हिंसक घटनाओं के बाद इस तरह की घटनाएं और बढ़ गई थीं.

जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 186, 353, 332, 323, 436, 109, 147, 148, 149, 307, 427, 120 B, 34, 25-27 आर्म्स एक्ट के तहत चार्जशीट दायर की है. इन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 2300 से ज्यादा मोबाइल वीडियो और सीसीटीवी की मदद ली थी और मोबाइल डंप डाटा, CDR, फोन लोकेशन का सहारा लिया था. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए चेहरों की पहचान करने वाला (Face Recognition System) सिस्टम का भी सहारा लिया था, जिससे आरोपी की पहचान करने में मदद मिली है.

चार्जशीट में बताया गया है कि इस मामले को 18 अप्रैल को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया था. इसमें यह भी बताया गया है कि अबतक 8 आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. आरोपियों के पास से 9 फायर आर्म्स, 5 कारतूस, 9 तलवारों समेत कई हथियार बरामद किए गए हैं.

इन 37 में से 20 आरोपियों की पहचान सीसीटीवी, वायरल वीडियो समेत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके हुई है. इन आरोपियों के कुल 21 मोबाइल फोन को जब्त किया गया है. इन आरोपियों के खिलाफ 132 गवाह हैं, जिनमें से 85 पुलिसकर्मी और 47 पब्लिक पर्सन हैं. आरोपियों को पकड़ने के लिए कुल 13 टीमों का तैनात किया गया था.

जहांगीरपुरी हिंसा का पूरा मामला

दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर कुछ लोग शोभायात्रा निकाल रहे थे. इस दौरान कुछ लोगों ने शोभायात्रा पर पथराव किया था. पथराव की घटना के बाद जहांगीरपुरी में हिंसा भड़की थी, इस घटना में 8 पुलिसकर्मी समेत 9 लोगों की घायल हुए थे. पुलिस ने बताया था कि जहांगीरपुरी में जो जुलूस निकला था, उसकी अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई थी.