बलात्कार प्रकरण में बन्द अपने भाई को छुड़ाने के लिए स्वंय कि मॉ का गला घोटकर हत्या , गिरफ्तार

in #crime2 years ago

IMG-20220601-WA0181.jpg- पुलिस अधीक्षक श्री कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया की कस्बा इटावा में दिनांक दिनांक 26 . 05.2022 को फरियादी मनीष कुमार द्वारा पेश कि लिखित तहरीर रिपोर्ट थाना हाजा पर मर्ग न . 15/2022 धारा 174 सीआरपीसी में दर्ज कर अनुसंधान थानाधिकारी श्री रामविलास पुनि द्धारा प्रारम्भ किया गया था । दौराने जांच बयान फरियादी व गवाहन व पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामला मृतका संतरा कि मोत किसी के गला घोटकर होने से सादिग्ध मनीष कुमार पुत्र स्व ० श्री भंवरलाल जाति बैरवा उम्र 21 साल निवासी बम्बुलिया खुर्द जिला कोटा को थाना हाजा पर हमराह लेकर पुछताछ कि दौराने पुछताछ मनीष ने स्वइच्छापूर्वक बिना दाब दबाव के बताया कि हम तीन भाई है सबसे बड़ा बटी उससे छोटा जोधराज तथा सबसे छोटा मैं स्वय हु । मेरे एक बहिन सीमा है जिसका विवाह हो चुका है । मै मेरे बड़े भाई बंटी से अक्सर मेरा झगडा होता रहता था तो बटी अपने ससुराल में रहने लग गया । मेरे पिताजी की मृत्यु करीब 3 साल पहले हो गयी । मेरे बड़े भाई जोधराज ने हमारे घर के सामने रहने वाली मंदबुद्धि लडकी संतोष बाई पुत्री चेतराम बैरवा से बलात्कार करने पर उसे जेल हो गई । घर में A e as Re मैं तथा मेरी मां संतरा बाई दोनों अकेले रह गये । मेरे भाई जोधराज के जैल चले जाने के बाद मेरी मां संतरा बाई दिन रात मुझे कोसती रहती थी कि तेने बंटी को घर से भगा दिया और जोधराज जैल चला गया । मैं मेरी मां के इस तरह कोसने से काफी परेशान था दिनांक 26.05.2022 को की रात जब मैं तथा मेरी मां संतरा बाई खाना खा रहे थे तो मेरी मां ने मुझे फिर बुरा भला कहा तो मैं उससे काफी नाराज हो गया और मेरे सिर पर खून सवार हो गया तो गुस्से में मेने मेरी माँ संतरा बाई रात के करीब 2230 बजे जब मेरी मां गहरी नींद में सो रही थी तब मैने मेरी माँ का गला दबा दिया जो 5-7 मिनट तडपी • उसने छूड़ाने की कोशिश की लेकिन मैने नही छोड़ा पकड़ को मजबुत रखा मैने गला नहीं छोड़ा मेरी मां संतरा बाई की घु घु की ही आवाज निकली और वह मर गयी । फिर मुझे निंद नही आई तब करीब 3.30 बजे सुबह में महेन्द्र बैरवा की दुकान पर दुध की थैली लेने गया । महेन्द्र सो रहा था जिसे मैने जगाया । तब तक करीब पोने चार बजे गये थे । दूध की थैली को घर पर रखकर मेरी ताई मनभर बाई पत्नी रामदेव बैरवा को जाकर बताया कि मेरी मां नही उठ रही है । इस पर मेरी ताई मनभर मेरे साथ आई मेरी मां को उसने भी देखा और कहा कि यह तो मर गयी मेरी ताई ने मेरे ताउ रामदेव को बताया तब रामदेव भी 1 आया और हमने हमारे रिश्तेदारों व थाना इटावा पर फोन से सूचना दी इस पर इटावा की पुलिस हमारे घर बम्बुलिया खुर्द आयी और मेरी मां की लाश को लेकर इटावा अस्पताल आ गये जहां मैने एक रिपोर्ट बनाकर पुलिस अधिकारी को दे दी उसके बाद मैने मेरी मां का दाह संस्कार कर दिया । मेने मेरी माँ कि हत्या कर इल्जाम चेतराम पर लगाकर मेरे भाई जोधराज कि जमानत कराने के लिए कि थी । लेकिन मेरे मन में शांति नहीं आयी और विचार करने लगा कि मैं भी कितना बड़ा पापी हु अपने ही हाथों अपनी ही मां की हत्या कर दी मेरे मन में बहुत पछतावा हुआ और खाना पीना सोना सब हराम हो गया । बार बार मेरी मां का चेहरा मेरी नज़र के सामने आता है जिससे में घबरा जाता हु कि मैंने यह क्या अपराध कर दिया । मुझे मुक्ति भी नहीं मिलेगी मैने यह बात केवल आप को ही बतायी है और किसी को नहीं बतायी मैं बहुत बड़ा पापी हुं । घटना का विवरण अभियुक्त मनीष पुत्र स्व ० श्री भवरलाल जाति बैरवा उम्र 21 साल निवासी बम्बुलिया खुर्द द्वारा बलात्कार के प्रकरण में जेल में बन्द अपने भाई कि जमानत करवाने के लिए बलात्कार पिडिता पक्ष पर दबाव बनाने के लिए स्वंय कि मों का गला घोटकर हत्या कर दि व आरोप बलात्कार पिडिता के परिजनो पर लगाया दौराने पुछताछ व जाच अपना अपराध स्वीकार किया