रक्षाबंधन पर स्नेह की डोरी से सजाएंगे भाइयों की कलाई
- रक्षाबंधन पर्व को लेकर शुरू हुई तैयारियां, बहनों में है उत्साह
- बच्चों की पसंद बनी कार्टून वाली राखियाँ तो बङो की कलाई में सजेगी स्वदेशी राखियाँ
मंडला। भाई बहन के प्यार का पर्व रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर प्यार बाधेंगी जिसके लिए राखियों का बाजार सज गया है,राखियाँ खरीदने के लिए बहनों में उत्साह है ।पारंपरिक रेशम की डोरी की तरफ बहनों का हमेशा से ही रूझान रहा है। कुछ महिलाओं ने बताया कि आकर्षक राखियाँ हम घर पर खुद बनाते हैं जिसमें हमारा स्नेह और भी बढ़ जाता है इसके साथ ही रक्षाबंधन के लिए पूजा की थाली को डेकोरेट कर रहे हैं और मनमोहक बना रहे हैं,इसके साथ ही देश के प्रति प्रेम को देखते हुए स्वदेशी राखियाँ ज्यादा पसंद की जा रही हैं जिससे हमारे देश के व्यवसाय, उद्योग को प्रोत्साहन मिल सके।
- भैया भाभी की युगल राखी की बढ़ रही मांग :
बहनों के द्वारा अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने के साथ भाभियों को इस बंधन से जोङा जा रहा है और बाजार में भैया भाभी की युगल राखी की मांग बढ़ती जा रही है कहा जा सकता है कि भाभियों को भी उतना ही सम्मान दिया जा रहा है जितना कि भाइयों के प्रति प्रेम। नंद और भाभी मिलकर बाजार में इस रक्षाबंधन पर खरीददारी कर रहे हैं।
- बच्चों को पसंद है कार्टून केरेक्टर वाली राखियां :
बच्चों के लिए आकर्षक कलेक्शन बाजार में उपलब्ध है। कार्टून वाली राखियाँ बच्चों की खास बनी हुई हैं। छोटा भीम,डोरेमोन, मिक्की माउस, स्पाइडर-मैन, पोकेमोन, बेबी डॉल वाली राखियाँ बच्चों की पहली पसंद हैं इसलिए मॉम्स बच्चों की पसंद का ख्याल रख रही हैं।
रक्षाबंधन भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। राखी के रंग बिरंगे धागे भाई की कलाई को सुशोभित करते हैं, क्यों न ये राखियाँ हम खुद अपने हाथों से बनाएँ,इस भावना से प्रेरित होकर मैं अपने भाइयों के लिए राखियाँ खुद बनाती हूँ और इससे मुझे भाई के प्रति ज्यादा स्नेह महसूस होता है।इसके साथ ही पूजा की थाली को भी सुंदर रूप से सजा रही हूँ हर बार की तरह रक्षाबंधन पर्व को यादगार बनाएँगे।
अंजू सदाफल
भाई बहन के स्नेह के परंपरागत पर्व के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं,इसके साथ ही बाजार में बच्चों के लिए कार्टून केरेक्टर वाली राखियाँ, रेशम के धागे, चांदी की राखी,भैया भाभी की युगल राखी, पूजा के लिए डेकोरेट थाली मनमोह रही है ।बच्चे और बङे दोनों ही रक्षाबंधन पर्व की तैयारियों को लेकर काफी उत्साहित हैं। भारतीय संस्कृति के अनुरूप भाई बहन के स्नेह को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए त्यौहार हमारे प्रेरणा स्रोत हैं।
रूद्राक्षी दीक्षित
हर साल रक्षाबंधन पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है, इसके लिए मैं स्वदेशी राखियाँ पसंद करती हूँ इससे हमारे देश के व्यवसाय जगत को प्रोत्साहन मिलेगा और हमारा भी स्नेह बढ़ेगा। इसके साथ ही घर पर चूडियां और पूजा की थाली को डेकोरेट कर रही हूँ। बाजार में बङो और बच्चों के लिए तरह तरह की राखियाँ उपलब्ध हैं सभी की पसंद को ध्यान में रखते हुए खरीदी को लेकर काफी उत्साहित हूँ।
प्रगति जायसवाल
रक्षाबंधन पर्व में अपने हाथ से राखी बनाती हूँ, साथ ही पूजा की थाली भी खुद ही सजा रही हूँ, पूजा के थाली में दिया,अपने हाथ से बनाया भैया का पसंदीदा मिष्ठान रखूंगी, साथ ही नारियल, रूमाल, चावल , सिंदूर आदि सामान। ये मान्यता है कि भैया को टीका लगाते समय जितने चावल उनके माथे पर चिपके उतनी उनकी उमर बढ़ती है मेरा मानना है कि राखी प्रेम और आत्मीयता से परिपूर्ण होनी चाहिए।
गीतिका राठौर
Happy rakshabandhan