डूंगला महावीर एल्बवामा कमल तीर्थ 22 मई 2022

डूंगला महावीर एल्बवामा कमल तीर्थ 22 मई 2022
संविधान में सभी की रक्षा के लिए सरकार वचनबद्ध है सभी धर्म की उपासना पद्धति की सुरक्षा और विकास उसकी नैतिक जिम्मेदारी है उक्त विचार राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने जोधपुर के पास 2 जैन संतों की एक्सीडेंट के दर्दनाक हादसे में देवलोक गमन की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते कहा कि पदयात्राधर्मों की साधना का अभिन्न अंग है जो पर्यावरण स्वास्थ्य और आर्थिक ता के लिए महत्वपूर्ण है
उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों की रक्षा के लिए तो पानी की तरह जा रहा है रक्षा करने वाले को कुचला जा रहा है
मुनि कमलेश ने कहा कि बाबा रामदेव अजमेर शरीफ पंढरपुर खाटू श्याम वैष्णो देवी स्वर्ण मंदिर सभी धर्म स्थलों के लिए पदयात्रा के द्वारा प्रेम और सद्भाव के साथ राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का प्रयास किया जाता है
उन्होंने बताया कि धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में पद यात्रियों की सुरक्षा नहीं करना संविधान को पावतले कुचलने के समान हैं
राष्ट्रसंत ने कहां की देश के सभी मार्गों पर पद यात्रियों के लिए अलग से पगडंडी का निर्माण होना चाहिए गुजरात सरकार की तरह
जैन संत ने कहा कि संत हमारी अनमोल धरोहर है विश्व की संपत्ति देकर भी एक संतका निर्माण नहीं किया जा सकता हमारी अनमोल धरोहर है दोनों संतों की आत्मा को शांति मिले घनश्याम मुनि गौतम मुनि कौशल मुनि अक्षत मुनि महासती शांता कंवर जी जय श्री जी एवं जैन दिवाकर कमल तीर्थंपरिवार की ओर से की ओर से जैन संत चैतन्य तिलक विजय और चरण तिलक विजय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई 23 मई को डूंगला से पदयात्रा चार्ज करके 24 मई को बड़ी सादड़ी पहुंचने की संभावना है सुबह 9:00 बजे प्रवचन होंगे