22 किसानों का समूह तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं भ्रमण हेतु रवाना।

in #bali2 years ago

IMG-20221011-WA0194.jpgकृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर ( पाली द्वितीय ) द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के वितिय सहयोग से रायपुर क्षेत्र के आस-पास के किसानों को नवीनतम तकनीकों के प्रति जागरूक करने एवं उपलब्ध तकनीकों को किसान भाई सीख कर जल्दी एवं सुगमता से अपना सके इस हेतु के साथ तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं भ्रमण का आयोजन किया गया जिसमे 22 प्रगतिशील एवं युवा कृषक भाग ले रहे है।
इस प्रशिक्षण एवं भ्रमण मे भाग ले रहे किसानों के समूह को नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री विनोद दधीच एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र सिंह चांदावत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया
इस दौरान नाबार्ड के सहायक माहप्रबंधक ने किसानों को इस अवसर कहा कि आने वाला समय तकनीक के साथ खेती को व्यवसाय के रूप मे करना होगा इसलिय इस मौके का समुचित उपयोग करने एवं अधिक से अधिक नवीनतम तकनीकों के बारे मे राष्ट्रीय महत्व के कृषि संस्थानों मे प्रशिक्षण एवं भ्रमण के दौरान सीखने एवं उसे भविष्य मे अपनी खेती व्यवसाय मे अपना कर अपनी आमदनी मे वृद्धि करे। इसी के साथ उन्होंने सभी सहभागी किसानों को शभकामनाए प्रेषित की।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर इसी वर्ष मे पाली जिले दूसरे कृषि विज्ञान केन्द्र के रूप मे स्थापित हुआ है तथा इस केन्द्र ने किसानों की सेवा मे तत्पर रहते हुए कार्य शुरू कर दिया है तथा नाबार्ड के वितिय सहयोग से यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिससे इस क्षेत्र के किसान भाई नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे मे देख कर सीखे एवं विश्वास करते हुए उपने क्षेत्र एवं जरूरत की तकनीकों को शीघ्र अपनाने की कोशिश करे जिससे खेती मे होने वाले प्रति इकाई खर्च को काम करते हुए अधिक मुनाफा अर्जित कर सके। इसी के साथ उन्होंने कहा की माननीय प्रधानमंत्री के किसानों की आय दुगुनी करने के स्वपन को सभी के प्रयासों से पूरा होगा जो कि कृषि की नवीनतम तकनीक को अपनाए बगैर संभव नहीं होगा
इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण मे प्रथम दिवस राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र, तबीजी अजमेर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र अजमेर के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों से मार्गदर्शन एवं तकनीकी जानकारी हासिल करेंगे तथा वह पर स्थित विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों का भ्रमण कर तकनीकी का अवलोकन कर सीखेंगे। यहाँ पर मसाला बीजों की खेती पद्धति, मसाला बीजों के प्रसंस्करण इकाई, मसाला बीजों के सुखाने की काम खर्च की पद्धति, इनकी जैविक खेती इत्यादि के बारे मे सीखेंगे।
इसी तरह दूसरे एवं तीसरे दिन यह भ्रमण दल काजरी संस्थान जोधपुर का भ्रमण करेगी जहा पर शुष्क क्षेत्र की बागवानी फसलों की खेती पद्धति के बारे मे किसान भाई सीखेंगे एवं विभिन प्रदर्शन इकाइयों की प्रत्यक्ष मुलाकात कर तकनीकी जानकारी हासिल करेंगे एवं काजरी के वैज्ञानिकों से जरूरी प्रशिक्षण भी हासिल करेंगे। तथा समन्वित खेती प्रणाली, घास चार फसलों के प्रदर्शन, उन्नत किस्मों के विविध बीज किस्मों के साथ ही एटिक केन्द्र से पौधे की खरीद प्रक्रिया के बारे के जानकारी हासिल करेंगे। इसके साथ ही किसानों का समूह कृषि विश्वविधालय, जोधपुर का प्रवास भी करेंगे जहां पर कृषि एवं बागवानी की प्रदर्शन इकाइयों के प्रवास के साथ साथ बागवानी नर्सरी, मशरूम उत्पादन इत्यादि का प्रवास करेंगे। इस प्रशिक्षण एवं भ्रमण के दौरान किसान भी अपनी जरूरत को ध्यान मे रख कर बागवानी फसलों के पौधे एवं फसलों के बीज भी इन संस्थानों से भ्रमण के दौरान खरीद सकेंगे। इस प्रशिक्षण एवं भ्रमण समूह का नेतृत्व श्री विकास चौधरी, कार्यक्रम सहायक(कंप्युटर), कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर करेंगे।

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