30 नन्हे-मुन्ने बच्चों की जिंदगी सुरक्षित करेगा आरबीएसके कार्यक्रम

in #balaghat2 years ago

बालाघाट। सिविल अस्पताल वारासिवनी में कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देशन में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के लिए शिविर का आयोजन किया गया ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा मनोज पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के द्वारा 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की जांच एवं परीक्षण किया जाता है एवं वर्तमान में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए दस्तक अभियान का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का चिन्हांकन स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा किया गया था उन्हीं समस्त बच्चों को शीघ्र उपचार प्रदान करने के उद्देश्य से सिविल अस्पताल वारासिवनी में 08 अगस्त 2022 को निःशुल्क हृदय रोग जांच एवं शिविर का आयोजन किया गया।
जिला नोडल अधिकारी डा परेश उपलप ने बताया कि इस शिविर में जिले के बालाघाट शहरी क्षेत्र लामता, विकासखंड वारासिवनी, लालबर्रा, खैरलांजी, कटंगी, किरनापुर से आरबीएस के टीम ने गाड़ियों के माध्यम से बच्चों को लाया एवं सभी बच्चों की जांच कराई गई है।
डॉक्टर रविन्द्र तथोड चिकित्सा अधिकारी वारासिवनी से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस शिविर में कुल 65 बच्चों का पंजीयन किया गया । जिसमें सभी 65 बच्चों की ईको जांच की गई है। जिसमें से 25 बच्चों को अति शीघ्र ऑपरेशन करने के लिए स्टीमेट प्रदान किया गया, 5 बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया गया जो बहुत ही ज्यादा क्रिटिकल थे, 8 बच्चों को मेडिकल मैनेजमेंट में रखा गया जिन्हें दवाई लिखकर उपचार लेने को कहा गया एवं 27 ऐसे बच्चे मिले जो नॉर्मल थे। इस शिविर में जिले की आरबीएस के टीम ने बहुत ही अच्छे तरीके से बच्चों का चिन्हांकन किया एवं उनको वारासिवनी लाकर इको जांच कराई गई।