दर्दनाक हादसे के बाद सड़क पर बिखर गए शव मां की गोद से उछला मासूम

in #accident2 years ago

car-accident_1663445746.jpeg

दर्दनाक हादसे के बाद सड़क पर बिखर गए शव, मां की गोद से उछला मासूम

हाईवे पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। रविवार शाम सातरुंडा फंटे के पास भी तेज रफ्तार ट्रक ने बस का इंतजार कर रहे लोगों को रौंद दिया। हादसा इतना खतरनाक था कि ट्रक की चपेट में आए लोग ट्रक के नीचे व इधर-उधर जा गिरे।

हाईवे (फोरलेन) पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। रविवार शाम सातरुंडा फंटे के पास भी तेज रफ्तार ट्रक ने बस का इंतजार कर रहे लोगों को रौंद दिया। हादसा इतना खतरनाक था कि ट्रक की चपेट में आए लोग ट्रक के नीचे व इधर-उधर जा गिरे। पांच लोगों की तो मौके पर ही मौत हो गई व एक महिला समेत दो ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। घायलों व प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि ट्रक इस तरह लोगों पर चढ़ जाएगा। हादसे में एक मासूम मां की गोद से उछलकर कर गिर गया। हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। इसमें ट्रक लोगों को रौंदता हुआ दिखाई दे रहा है। हादसे को लेकर सीएम शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया।

मां से बिछड़े घायल बेटे को कलेक्टर अपने साथ लेकर आए

इप्का में कार्यरत कन्हैयालाल निवासी ग्राम बांगरोद की पत्नी राखी व डेढ़ वर्षीय पुत्र कियांश भी हादसे में घायल हो गए। राखी को गंभीर चोट आने से पहले ही अन्य घायलों को साथ जिला अस्पताल भिजवा दिया गया था। बेटा कियांश मौके पर ही रह गया था। मौके पर पता ही नहीं चल पा रहा था कि वह किसका बच्चा है। कियांश को मामूली चोट आई। उसे भाजपा नेत्री पद्मा जायसवाल ने संभाला। बाद में कलेक्टर व एसपी बिछड़े बालक कियांश को तत्काल संभालते हुए अपने शासकीय वाहन से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे व उसे उसके पिता को सुपुर्द किया। करीब एक घंटे बाद बालक अपनी मां के पास पहुंचा। कलेक्टर व एसपी ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचकर घायलों को देखा।

सातरुंडा फंटे के पास हुआ दर्दनाक हादसा पहला नहीं है। 15 नवंबर की शाम सातरुंडा फंटे से करीब आठ किलोमीटर दूर ग्राम जमुुनिया की पुलिया के पास भी खतरनाक हादसा हुआ था, जिसमें तेज रफ्तार कार ने पुलिया के पास सेफ्टी जाली लगा रहे उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले के 12 मजदूरों को रौंद दिया था। इससे चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं आठ मजदूर व कार में सवार पांच व्यक्ति घायल हो गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सातरुंडा चौराहे से एक रास्ता इंदौर, दूसरा रुनिजा होकर उज्जैन, तीसरा बिरमावल व चौथा रास्ता रतलाम की तरफ जाता है। आसपास कई गांव लगे हुए हैं। इस कारण चौराहे पर यातायात का दबाव बना रहता है। रविवार शाम को 20-25 लोग यात्री प्रतीक्षालय के पास सड़क किनारे सर्विस रोड के पास बस का इंतजार करने खड़े थे व कुछ सर्विस रोड के डिवाइडर पर बैठे थे। तभी तेज रफ्तार में आए ट्रक ने लोगों को रौंद दिया।

तीन बाइक चपेट में, मजदूर छोड़ने आए किसान की भी मौत : ट्रक ने खड़े व बैठे लोगों के साथ ही वहां खड़ी दो बाइकों व एक चलती बाइक को भी चपेट में ले लिया। इससे बाइक चालक किसान पारस पाटीदार निवासी ग्राम सिमलावदा की भी मौत हो गई। वह खेत पर काम करने वाले मजदूरों को सातरुंडा चौराहे पर छोड़कर वापस घर जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया। दुर्घटना में तीन बाइक व डिवाइडर भी क्षतिग्रस्त हुआ है। घायल विशाल चौरड़िया ने बताया कि वह, उसकी बहनें तथा अन्य लोग ग्राम विरियाखेड़ी (बड़नगर) में रह रहे मौसाजी कान्हा के पुत्र के मान कार्यक्रम में कंवलका माताजी गए थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वे सातरुंडा फंटे पर पहुंचकर घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। तभी अनियंत्रित होकर ट्रक ने उन्हें चपेट में ले लिया।

अस्पताल में समाजसेवी के साथ जनप्रतिनिधि भी पहुंचे

दुर्घटना की सूचना मिलते पर कलेक्टर नरेंद्रकुमार सूर्यवंशी व एसपी अभिषेक तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे। घायलों व मृतकों को 108 सेवा व टोल नाके के एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। अस्पताल में पहले से सूचना मिलने पर स्ट्रेचर, बेड व उपचार की व्यवस्था कर दी गई थी। घायलों के पहुंचने पर अस्पतालकर्मियों के साथ पत्रकारों, समाजसेवियों व अन्य लोग भी एंबुलेंस से घायलों को उतारकर ड्रेसिंग रूम में ले गए। डा. यश जायसवाल, डा. वर्षा कुरील, डा. रवि दिवेकर, डा. कृपालसिंह राठौर सहित मेडिकल स्टाफ ने उपचार प्रारंभ किया। एक गंभीर घायल को इंदौर रेफर किया। ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना व महापौर प्रहलाद पटेल ने भी घटना स्थल पहुंचे। वहां से विधायक मकवाना अस्पताल पहुंचे व घायलों से मिलकर डाक्टरों से उपचार की जानकारी ली। इस दौरान अव्यवस्था पर विधायक ने नाराजगी जाहिर की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, पार्षद कमरूद्दीन कछवाय, पीयूष बाफना, बसंत पंड्या, रेडक्रास के प्रदेश प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र गादिया भी अस्पताल पहुंचे व घायलों को देखा।

एक्स-रे रूम बंद, दो घंटे करना पड़ा इंतजार

जिला अस्पताल में एक्स-रे रूम शाम को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद आने वाले गंभीर घायलों को एक्स-रे कराने के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है या सुबह तक इंतजार करना रहता है। अवकाश वाले दिन भी एक्स-रे रूम बंद रहता है। इस कारण ट्रक की चपेट में आने से घायल हुए लोगों के एक्स-रे समय पर नहीं हो पाए। किसी ने बंद एक्स-रे रूम बंद का फोटो लेकर इंटनेट मीडिया पर पोस्ट किया। इसके दो-पौने दो घंटे बाद टेक्नीशियन को बुलाया गया। टेक्नीशियन ने मशीन चालू कर घायलों के एक्स-रे किए।

पुलिस बल तैनात किया

हादसे के बाद घटना स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। वहां पुलिस बल तैनात किया गया। साथ ही वहां एक एंबुलेंस भी रिजर्व में खड़ी की गई । पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद फोरलेन का ट्रैफिक सुचारू कराया। हादसे के बाद फोरलेन की रतलाम से बदनावर की ओर जाने वाले मार्ग बंद हो गया। सिंगल पट्टी पर वाहनों का ट्रैफिक अधिक होने के चलते घटना के कुछ देर बाद सातरुंडा से डेढ़ किमी की दूरी पर एक ओर हादसा हो गया। इसमें बाइक पर सवार मदनलाल दायमा निवासी ग्राम सिमलावदा घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा।