दक्षिण दिल्ली में युवक की हत्या के मामले में फरार दो नाबालिग समेत 4 गिरफ्तार
नई दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय थाने की पुलिस टीम ने एक युवक की हत्या (murder of youth) के मामले में फरार दो नाबालिग सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार (4 arrested including two minors) किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली के संगम विहार निवासी अजय और आमिर के रूप में हुई है. साथ ही दो नाबालिग भी हैं. सभी आरोपी दिल्ली के संगम विहार के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि इन आरोपियों ने एक युवक पर चाकू से वार कर दिया था. इलाज के दौरान उस युवक की मौत हो गई थी. इस संबंध में चारों आरोपी फरार थे. नेब सराय थाने की पुलिस ने इन्हे गिरफ्तार किया है.संगम विहार में 9 अक्टूबर को हुई थी हत्या :साउथ दिल्ली के डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 9 अक्टूबर को करीब 4.20 में थाना नेब सराय के संगम विहार मंदिर के पास बुध बाजार रोड पर चाकू मारने की घटना के संबंध में पीसीआर कॉल प्राप्त हुई. सूचना मिलते ही पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे. जहां से घायलों को एम्स अस्पताल ले जाया गया. क्राइम निरोधक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया. पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचे, जहां पता चला कि संगम विहार निवासी घायल फराज (23 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया गया है. पूछताछ के दौरान फराज के एक दोस्त ने बताया कि घटना के वक्त वह फराज के साथ मौके पर मौजूद था. 9 अक्टूबर को दोपहर बाद करीब 3.30 बजे वह और फराज मोटरसाइकिल पर थे. उन्हें चार लड़कों ने रोका, जिनकी पहचान अजय और आमिर और दो नाबालिग के रूप में हुई. उनमें से एक नाबालिग ने फ़राज़ से पूछा कि तूने मोटरसाइकिल क्यों नहीं रोकी? इस पर फराज मोटरसाइकिल से उतरकर उनसे बातें करने लगा. इसी बीच एक और नाबालिग ने फराज की पीठ पर खंजर से हमला कर दिया. फराज ने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन अजय और नाबालिग ने उसे पकड़ लिया और फिर से उसके साथ मारपीट की. इस दौरान चाकू से उसकी पीठ पर वार किया गया और चाकू शरीर में फंस गया. जिसके बाद सभी वहां से फरार हो गए. चश्मदीद के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी.एक हफ्ते पहले नाबालिक को पीटा था फराज ने : अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसीपी रामसुंदर ने नेब सराय थाने के एसएचओ सुरेंद्र राणा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. उस टीम में इंस्पेक्टर लोकेंद्र चौहान, एसआई रामकिशन हुकुमचंद, हेड कांस्टेबल संदीप, विक्रम, निशांत, धनराज, धर्मेंद्र और कॉन्स्टेबल अनुज रुकमेष को शामिल किया गया. टीम ने जांच करते हुए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से हमले की छानबीन की और उनका गहन विश्लेषण किया. छानबीन के बाद एक फुटेज बरामद किया गया. पूछताछ करने पर पता चला कि फराज ने एक नाबालिक को करीब 7 दिन पहले पीटा था और करीब 3 दिन पहले नाबालिग ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर फराज को रोकने की कोशिश की थी लेकिन वह नहीं रुका था. जिसके बाद नाबालिग ने उसके दोस्त के साथ रोका और बहस करने लगे. काफी नोकझोंक होने के बाद घटना हत्या में बदल गई. चारों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
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