आठवें अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस की जिले में रही धूम
गोंडा दुनिया में योगा का डंका पीटने वाले योग के जनक की जन्म स्थली कोंडर भले ही उपेक्षा का शिकार रहा हो,लेकिन गोंडा जिले में जिला मुख्यालय से लेकर ब्लॉक, गांव और नगर पालिका के वार्डो तक योगा अभ्यास कराया गया। मुख्य कार्यक्रम जिले के पुलिस लाइन में आयोजित किया गया था।यहां कार्यक्रम का उद्घाटन देवीपाटन मंडल के आयुक्त ने किया, इस अवसर पर डीआईजी, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी के साथ ही साथ समस्त सरकारी विभागों के विभागाध्यक्ष कर्मचारी व रोजगार सेवक, सफाई कर्मचारी, खंड विकास अधिकारी, पंचायत सेक्रेट्री, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य,जिला पंचायत सदस्य,जनप्रतिनिधि,
विधायक,सांसद अलग-अलग स्थानों पर योगाभ्यास किया।योगाभ्यास के बारे में योगाचार्य ने बताया योगाभ्यास करने से शरीर में जितने भी गंभीर बीमारी होती हैं उस पर नियंत्रण हो जाता है और स्वास्थ्य ठीक रहता है योगाचार्य ने बताया योगाभ्यास के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रातः 5 बजे से होता है जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। आज पुलिस लाइन में भारी संख्या में स्थानीय लोग एवं सरकारी अधिकारी कर्मचारी सबसे पहले तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन को सुना, और उसके बाद योगा अभ्यास किया। महर्षि पतंजलि के जन्मस्थली कोंडर में पतंजलि न्यास के संस्थापक व अध्यक्ष डॉक्टर भागवताचार्य के देखरेख में सैकड़ो लोगों ने जन्मस्थली पर आज प्रातः स्थानीय जनप्रतिनिधियों ग्राम प्रधानों व्यापारियों के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर डॉक्टर भागवताचार्य जन्मस्थली के विकास के संबंध में लोगों से सहयोग करने की अपील की उन्होंने यह भी कहा की कोंडर झील जन्मस्थली के तीन तरफ से सर्पाकार है जिसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है, इसका सुंदरीकरण करा कर इसमें नौकायान की सुविधा दी जाए तो भारी संख्या में पर्यटक यहां आ सकते हैं जिससे जन्म स्थली का भी विकास होगा।
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