अग्निपथ के विरोध ने यात्रियों को किया बेहाल...

in #yatri2 years ago

सेना भर्ती की नई प्रक्रिया ‘अग्निपथ’-‘अग्निवीर’ को लेकर भले ही शुरुआती दौर में बिहार सहित कुछेक राज्यों व सूबे के जनपदों में अराजक माहौल बन गया हो। यही नहीं इस प्रकार के हिंसक अराजकता की चपेट में अब तक कई प्रमुख ट्रेनों सहित यूपी रोडवेज की बसें भी आ चुकी हैं। ऐसे में हर दिन होते इस प्रकार के हिंसक आंदोलन के बीच दिन-प्रतिदिन रेलवे यात्री सुरक्षा के मद्देनजर कई दर्जन ट्रेनों को निरस्त करता जा रहा है। बड़ी संख्या में टिकट रिफंड भी हो रहे हैं। वहीं परिवहन सेवा से जुडे जानकारों की मानें तो इसको ध्यान में रखते हुए अब यात्री भी माहौल ठीकठाक होने तक अपनी-अपनी यात्रायें कैंसिल करते जा रहे हैं, जिससे रेलवे को आर्थिक झटका भी लग रहा है। मगर इन सबके बावजूद देश-प्रदेश में भड़के अग्निपथ के अति विषम परिस्थितियों के बीच भी भारत का सबसे वृहद परिवहन सेवा यानी रेलवे अपने रेलपथ पर निरंतर चल रहा है और यात्रियों को उनके गंतव्य स्थानों तक सुरक्षति व संरक्षित ढंग से पहुंचा रहा है।
हालांकि अकेले उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ग्राफ को देखें तो गत 19 जून तक अब तक करीब 70 से 75 लाख रुपये का टिकट रिफंड हो चुका है। जबकि कुल 281 ट्रेनें कैंसिल की जा चुकी हैं जिनमें 202 पासिंग ट्रेनें हैं तो 79 मंडल के प्रमुख स्टेशनों से बनकर चलती हैं। मंडल रेल प्रशासन की मानें तो ज्यादा प्रभावित वाराणसी से बलिया, गाजीपुर व बिहार रूट की तरफ आवागमन करने वाली ट्रेनें हो रही हैं, क्योंकि अग्निपथ के विरोध में सबसे पहले बिहार में ही अराजक तत्वों ने ट्रेनों को टारगेट किया था।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा के अनुसार टेनें कैंसिल होने से लगभग 12 हजार से अधिक रेल यात्रियों की यात्रायें प्रभावित हुर्इं। उन्होंने सोमवार को जानकारी दी कि मंडल के लखनऊ, वारााणसी सहित सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ व जीआरपी टीम को यह अलर्ट कर दिया गया है कि वो निरंतर स्टेशन एरिया में मार्च करते रहें। साथ ही स्थानीय जिला व पुलिस प्रशासन से लगातार समन्वय बनाये रखें ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में उनकी त्वरित मदद ली जा सके। साथ ही यह भी रेल यात्रियों से अपील की कि किसी भी परिस्थिति में अफवाहों पर ध्यान न दें, और स्टेशनों पर होने वाले एनाउंसमेंट को सुनते रहें और उसके तहत अनुपालन करते रहें। बताया कि स्टेशनों व ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ को बढ़ा दिया गया है ताकि कोई भी अनजान या अनधिकृत व्यक्ति एरिया में प्रवेश न करने पाये। वहीं चारबाग स्टेशन के बाबत कहा कि टिकट रिफंड किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिये कुछ अतिरिक्त काउंटर भी खोले जा रहे हैं। वहीं इस बीच कई प्रमुख ट्रेनें एकसाथ कैंसिल होने से रेल पथ पर प्रेशर कम है, ऐसे में रेलवे की फ्रेट सर्विस यानी माल ढुलाई की निरंतरता कहीं और अधिक बढ़ती दिखायी दे रही है।images.jpeg