उसे ना तो मुझे खोने का डर है,ना ही मुझे पाने की खुशी है,
उसे ना तो मुझे खोने का डर है,ना ही मुझे पाने की खुशी है, शायद उसकी मोहब्बत कोई और है मैं तो बस यूं ही हु उसके भाग्य में आ गया, अब भाग्य तो नही बदल सकता मैं पर अपने आप को खत्म जरूर कर सकता हु, तुम्हारे लिए, जहाँ तुम्हे खुशी मिले तुम जा सकती हो तुम स्वतंत्र हो....!
Nice