निपुण हरियाणा मिशन लक्ष्य - हर चौखट व हर बच्चे तक पहुँचे बुनियादी शिक्षा

निपुण हरियाणा मिशन लक्ष्य - हर चौखट व हर बच्चे तक पहुँचे बुनियादी शिक्षा,
रीडिंग कैंपेन के अंतर्गत प्रथम पी टीएम का आयोजन।

नई शिक्षा नीति- 2020 की महत्वाकांक्षी योजना निपुण हरियाणा मिशन की तर्ज पर जिले में निपुण नूह मिशन अभियान का शुभारंभ शैक्षणिक सत्र -2022-23 के साथ 12 अप्रैल से ही शुरू हुआ । जिसमें 25अप्रैल से 24मई तक रीडिंग कैंपेन चलाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य बच्चों को पाठ्येत्तर गतिविधियों के माध्यम से पठन-पाठन कौशल , अक्षर ज्ञान ,मात्रा पहचान एवं उपयोग ,अक्षर, वर्ण, शब्द एवं वाक्य निर्माण के साथ-साथ कहानियों के माध्यम से बच्चों के व्यक्तित्व विकास का प्रयास किया जाना है।IMG-20220502-WA0010.jpg
उपायुक्त अजय कुमार ने निपुण मिशन के तहत जारी रीडिंग कैंपेन के लिए शिक्षकों, विद्यार्थियों व अभिभावकों को शुभकामनाएं दी है। इस मिशन की सफलता के लिए अभिभावकों के सहयोग का विशेष महत्व है। सरकारी स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन पर सरकार का विशेष फोकस है। निपुण हरियाणा मिशन के तहत बच्चों के मन में पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने के लिए रीडिंग कैंपेन एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसी अभियान के तहत जिला की सभी प्राथमिक पाठशालाओं में सफलतापूर्वक पहली अध्यापक-अभिभावक बैठक (पीटीएम) का 30 अप्रैल को आयोजन हुआ।
इस अभियान के जिला संयोजक कुसुम मलिक ने बताया कि निपुण मिशन के तहत जिला की सभी प्राथमिक पाठशालाओं में प्रथम अध्यापक-अभिभावक बैठक (पीटीएम) का आयोजन हुआ। शिक्षकों ने ऑनलाइन/ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ज्यादा से ज्यादा अभिभावकों से जुड़ने का प्रयास किया। जिला के कुल 500 प्राथमिक विद्यालयों में से 436विद्यालयों ने ऑनलाइन गूगल फॉर्म की मदद से सूचना विभाग तक पहुंचाई व कुल 100479 बच्चों में से 23546 बच्चों के अभिभावकों ने विद्यालय जाकर बच्चों की रिपोर्ट ली तथा 18588 अभिभावकों से व्हाट्सएप या अन्य माध्यम से संपर्क स्थापित किया गया। इस तरह कुल 42 प्रतिशत अभिभावकों से संपर्क स्थापित किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी अब्दुल रहमान खान ने पहली पीटीएम की सफलता के लिए शिक्षकों व अभिभावकों को बधाई दी।
पढऩे की आदत होगी विकसित
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि सभी अभिभावकों को विद्या प्रवेश व रीडिंग कैंपेन के दौरान की जाने वाली गतिविधियों का ब्यौरा दिया गया ताकि अभिभावक एवं अध्यापक दोनों मिलकर बच्चों में बुनियादी कौशलों का विकास कर सकें। रीडिंग कैंपेन का उद्देश्य बच्चों में पढऩे की आदत का विकास एवं सोचने की क्षमता व रचनात्मक कौशल के साथ शब्दावली एवं अपने विचारों को व्यक्त करने की क्षमता का विकास करना है। आने वाले समय में विद्यालय की चारदीवारी से बाहर निकलकर घरों और मोहल्लों तक इस मिशन को लेकर जाना है । जिसके लिए कॉलेज जाने वाले बच्चे ,एनएसएस, एनसीसी, स्काउट एवं गाइड तथा एनवाईकेएस से जुड़े छात्रों की सहायता भी ली जाएगी तभी इस मिशन को हर चौखट एवं हर बच्चे तक पहुँचाया जा सकता है ।

कुसुम मलिक ने बताया कि 25अप्रैल से 24 मई तक के इस रीडिंग अभियान को सप्ताहवार गतिविधियों जैसे-लाइब्रेरी में पुस्तके पढऩा, वर्णमाला की दुनियां, पारिवारिक कहानियों, फूलों-सब्जियों व प्रतीक चिह्नों, बाल गीत, कविता, रागनी आदि में विभाजित किया है। पांच सप्ताह के इस कार्यक्रम में मुख्य हितधारक अध्यापक , अभिभावक और विद्यार्थि है | अभियान की मॉनिटरिंग समय- समय पर एबीआरसी , बीआरसी व अन्य अधिकारियों के द्वारा विद्यालयों में जाकर की जाती है।