दूसरी क्लास पास कर तीसरी क्लास में पहुंचे लड्डू गोपाल, बच्चे बुलाते हैं बुच्चू गोपाल

in #wortheumnewsagra2 years ago

लड्डूगोपाल का स्कूल में रखा नाम बुच्चू गोपाल, सांदीपनि मुनि जूनियर हाईस्कूल की प्रधानाचार्या दीपिका शर्मा ने बताया, लड्डूगोपाल जी को कक्षा में पूरी तरह विद्यार्थी की तरह बिठाया जाता है, उनका नाम बुच्चू गोपाल रखा गया है। हर साल परीक्षा परिणाम भी उन्हें दिया जाता है और स्कूल प्रबंधन ही उनको ड्रेस, स्कूल बैग, पुस्तक की व्यवस्था करता है। जिस तरह से दूसरे बच्चों के लिए सुविधाएं दी जाती हैं, लड्डू गोपाल को भी दी जा रही हैं।

ई-रिक्शा से आते हैं स्कूल

प्रेममंदिर के जटावाली मां आश्रम में रह रहे भक्त रामगोपाल के आश्रम तक स्कूल का ई-रिक्शा निश्शुल्क रूप से लड्डूगोपाल को लेने और छोड़ने जाता है। ई-रिक्शा में खुद रामगोपाल भी साथ ठाकुरजी को छोड़ने आते हैं। स्कूल के बाहर से कक्षा तक बच्चों की ट्राली में बैठाकर लड्डू गोपाल को ले जाया जाता है। लड्डू गोपाल का विग्रह करीब चार इंच का है। वह स्कूल ड्रेस की नील और चेकदार पोशाक पहनकर आते हैं।

सात वर्षों से तीर्थनगरी में रह रहे

दिल्ली निवासी रामगोपाल तिवारी सात वर्षों से तीर्थनगरी में रहते हैं। धार्मिक प्रवृत्ति के रामगोपाल की दिनचर्या अपने लाड़ले लड्डू गोपाल की सेवा पूजा में ही बीतती है। अचानक उनके मन मे सवाल उठा कि सब बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं, तो उनका लड्डू क्यों नहीं पढ़ सकता। चार साल पहले बुर्जा मार्ग स्थित सांदीपनि मुनि स्कूल में वह लड्डू गोपाल को लेकर उनका दाखिला कराने पहुंचे। प्रधानाचार्य रश्मि मिश्रा ने ना-नुकुर की। लेकिन रामगोपाल तिवारी जिद पर अड़ गए। प्रधानाचार्य ने दाखिले के लिए लड्डू गोपाल का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र मांगा। दोनों न होने पर भी रामगोपाल दाखिले को अड़े रहे।

शिक्षा की दी अनुमति

थक हारकर इस्कान भक्त स्कूल संचालक रूपा रघुनाथ दास ने लड्डू गोपाल को बिना एडमिशन के ही शिक्षा दिलाने की अनुमति दे दी। चार साल से स्कूल जाने वाले लड्डू गोपाल अब तीसरी कक्ष में पढ़ रहे हैं। हर साल उनकी कक्षा बढ़ जाती है। रामगोपाल तिवारी उन्हें रोज स्कूल छोड़ने जाते हैं, वह सामान्य बच्चों की तरह बेंच पर बैठकर पढ़ते हैं।

आम लोगों के लिए कौतूहल

आम लोगों के लिए ये कौतूहल है, लेकिन रामगोपाल तिवारी के लिए ये प्रभु की मूरत उनके बच्चे से ज्यादा कुछ नहीं। वह कहते हैं कि ये तो हमारे बच्चे हैं, इन्हें पढ़ाएंगे, इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।

भक्त के भावों को देख बिना प्रवेश लड्डू गोपाल को कक्षा में आने की अनुमति दी गई है। हर साल उनकी कक्षा बढ़ जाती है। नियमित रूप से रामगोपाल तिवारी उन्हें लेकर स्कूल आते हैं और छुट्टी पर ले जाते हैं। रश्मि शर्मा, प्रधानाचार्य, सांदीपनि मुनि स्कूल, वृंदावन IMG_20220506_231956.jpgIMG_20220506_232010.jpg