बांग्लादेश को रोहिंग्या मुद्दे पर PM मोदी से मदद की आस, कहा- 'बहुत कुछ कर सकता है भारत'

in #wortheumnews2 years ago

Sheikh Hasina Needs India Help: बांग्लादेश में 10 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि रोहिंग्या समस्या से निपटने में भारत बहुत कुछ कर सकता है.

Sheikh Hasina on Rohingya Issue: भारत के चार दिवसीय दौरे पर आईं बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) को रोहिंग्या शरणार्थियों (Rohingya Refugees) के मुद्दे पर पीएम मोदी से मदद की आस है. उन्होंने सोमवार को कहा कि भारत रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे से निपटने में बांग्लादेश की मदद करने के लिए बहुत कुछ कर सकता है.

दरअसल, भारत में बांग्लादेश उच्चायोग (Bangladesh High Commission) द्वारा एक स्वागत समारोह के दौरान शेख हसीना से पत्रकारों ने सवाल किया कि रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर भारत क्या भूमिका निभा सकता है? सवाल के जवाब में शेख हसीना ने कहा, ''भारत एक बड़ा देश है. यह बहुत कुछ कर सकता है.''

बताया जाता है कि म्यांमार से जान बचा कर भागे 10 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी बांग्लादेश में रह रहे हैं. भारत दौरे पर आने से ठीक पहले भी शेख हसीना ने रोहिंग्या मुद्दे पर भारत से मदद की उम्मीद जताई थी. उन्होंने रोहिंग्या को बांग्लादेश पर बहुत बड़ा बोझ करार दिया था और कहा था कि समस्या हल करने में भारत बड़ी भूमिका अदा कर सकता है.

भारत आने से ठीक पहले शेख हसीना ने यह कहा था

भारत आने से पहले एक इंटरव्यू में रोहिंग्या समस्या पर शेख हसीना ने कहा था, ''जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे लिए यह बड़ा बोझ है. भारत एक बड़ा देश है और वह इन्हें समायोजित कर सकता है लेकिन हमारे देश में करीब 11 लाख रोहिंग्या मुस्लिम हैं. हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अपने पड़ोसी देशों से बात कर रहे हैं ताकि वह कुछ अहम कदम उठाएं और रोहिंग्या को उनके देश वापस भेजा जा सके.''

शेख हसीना ने कहा, रोहिंग्या को तकलीफ में उन्होंने सहारा दिया. मानवीय आधार पर उन्हें शरण दी. कोरोना काल में उन्हें वैक्सीन लगवाई लेकिन अब और कितने वक्त वो यहां रहेंगे? शेख हसीना ने रोहिंग्या शरणार्थियों के अपराधों में लिप्त होने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या कैंप बनाकर रह रहे हैं, जिनमें से कुछ नशे-हथियार और महिला तस्करी जैसे धंधों में फंस गए हैं. जितने जल्दी हो सके, उन्हें अपने देश चले जाना चाहिए. भारत एक पड़ोसी होने के नाते अहम रोल निभा सकता है.