Murugha Math: नाबालिग बच्चियों से यौन शोषण के आरोपी शिवमूर्ति मुरुघ पहुंचा सलाखों के पीछे

in #wortheumnews2 years ago

Shivamurthy Murugha Sharanaru: नाबालिग बच्चियों के साथ यौन शोषण करने के आरोप में जेल भेजे गए शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू. कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में चित्रदुर्ग की जिला जेल भेजा है.

Karnataka Rape Case: कर्नाटक में नाबालिग बच्चियों का यौन शोषण करने के जुर्म में श्री मुरुघ मठ (Murugha Math) के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू (Shivamurthy Murugha Sharanaru) को जेल भेज दिया गया है. शिवमूर्ति मुरुघ की गिरफ्तारी के 14 दिनों की न्यायिक हिरात (Judicial Custody) में चित्रदुर्ग (Chitradurga) की जिला जेल भेजा गया है. इसके बाद अब कोर्ट में पुलिस रिमांड (Remand) पर लेने की मांग करेगी जिससे की उससे पूछताछ की जा सके.

इससे पहले मंगलवार को चित्रदुर्ग के जिला एंव सत्र न्यायालय ने मुरुघ मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघ की अग्रिम जमानत याचिका को स्थगित कर दिया था. पुजारी के खिलाफ बाल यौन अपराध संरक्षण यानी पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक महंत शिवमूर्ति ने इन बच्चियों के साथ दो साल से अधिक समय तक यौन शोषण किया है.

जानिए 10 बड़ी बातें

शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू मुरुघ मठ के मुख्य महंत हैं ये मठ प्रमुख लिंगायत मठों में से एक है.
शरणारू के खिलाफ दो बच्चियों के साथ यौन शोषण के मामले में बाल यौन अपराध संरक्षण POCSO, अनसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार) और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
महंत की गिरफ्तारी मैसूर और चित्रदुर्ग में सामाजिक संगठनों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद हुई. गिरफ्तारी के बाद शिवमूर्ति मुरुघ को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
मंहत को एफआईआर दर्ज होने के सात दिनों बाद गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी से बचने के लिए शरणारू ने अग्रिम जामानत याचिका दाखिल की थी जिसे खारिज कर दिया गया.
इस मामले में महंत के अलावा पांच और व्यक्ति आरोपी हैं. जिनमें मठ के छात्रावास का एक वार्डन भी शामिल है.
आरोप है कि मठ की ओर से संचालित स्कूल में पढ़ने और हॉस्टल में रहने वाली 15 और 16 साल की दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न जनवरी 2019 से जून 2022 तक किया गया.
पिछले महीने में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ चित्रदुर्ग में मुरुघ मठ का दौरा किया था. यहां राहुल गांधी को लिंगा दीक्षा भी दिया गया था.
मुरुघ मठ को एक प्रभावशाली संस्थान के रूप में भी जाना जाता है. यहां आने वाले राजनेताओं की एक लंबी लिस्ट है.
साल 2020 में, जब अटकलें लगाई जा रही थीं कि तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बदला जाएगा, तो मुरुग मठ के शिवमूर्ति पहले धार्मिक नेताओं में से थे, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से येदियुरप्पा का समर्थन किया था.
अपनी गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले शिवमूर्ति ने मीडिया से कहा था कि यह पहली बार नहीं है जब मठ के खिलाफ साजिश की गई है. पिछले 15 साल से हो रही है. मठ के अंदर की ये साजिशें सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए थीं. मुझे बस इतना कहना है कि मैं बेदाग निकलूंगा, क्योंकि आरोप झूठे और निराधार हैं. जांच में पूरा सहयोग देंगे और इसे तार्किक अंत तक ले जाने में मदद करेंगे. क्योंकि सच्चाई की जीत होगी और हमारी बेगुनाही साबित होगी.