जोधपुर में जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित,

in #wortheumnews2 years ago

लम्पी स्कीन डिजीज रोकथाम को लेकर व्यापक प्रबन्ध सुनिश्चित,IMG-20220803-WA0002.jpg

जिले में 22 नोडल अधिकारी नियुक्त

जोधपुर, 2 अगस्त/जिले में लम्पी स्कीन डिजीज के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए इसकी रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक कार्यवाही की जा रही है। जिला मुख्यालय पर जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 3 अगस्त, बुधवार से 24 घण्टे कार्यरत रहेगा।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. संजय सिंघवी द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिलास्तरीय लम्पी स्कीन डिजीज नियंत्रण कक्ष का फोन नम्बर 0291-2940315 है, जहां लम्पी स्कीन डिजीज के बारे में किसी भी प्रकार की सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सकेगा। इस नियंत्रण कक्ष के प्रभारी वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनन्द राजपुरोहित हैं जिनका मोबाईल नम्बर 8890240707 है।

ग्रामीण अंचलों में 22 नोडल अधिकारी बनाए गए
आदेश के अनुसार जिले में अधीनस्थ विभागीय नोडल संस्थाओं के प्रभारियों को क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी मनोनीत किया गया है। ये नोडल अधिकारी अपने क्षेत्र के लिए लम्पी स्कीन डिजीज से संबंधित कार्यों के लिए उत्तरदायी होंगे तथा स्थानीय प्रशासन से नियमित समन्वय स्थापित रखते हुए लम्पी स्कीन डिजीज की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

त्वरित कार्यवाही दल
आदेशानुसार जिला एवं नोडल स्तर पर नोडल अधिकारी अपने स्तर से त्वरित कार्यवाही दल का गठन कर तत्परता से रोग निदान एवं रोग नियंत्रण कार्यवाही करेंगे तथा पर्याप्त औषधि उपकरण, औजार एवं टीको की भी व्यवस्था करेंगे। आपातकालीन स्थिति में लम्पी स्कीन डिजीज की रोकथाम के लिए आवश्यक औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता पशु चिकित्सा संस्था तक समय पर सुनिश्चित कर लिए जाने को निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही डिजीज प्रभावित क्षेत्रों में रोगों की रोकथाम के लिए उपचार का कार्य सुनिश्चित करने पशु चिकित्सा शिविरों के आयोजन के लिए भी कहा गया है।

गौशालाओं में पशुधन संरक्षण पर जोर
आदेश में कहा गया है कि क्षेत्र की पंजीकृत गौशाला तथा लम्पी स्किन डिजीज अंतर्गत प्रशासन द्वारा स्वीकृत या संचालित पशु शिविरों का निरीक्षण दैनिक आधार पर निकटतम पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा आवश्यक रूप से किया जाकर संधारित पशुधन की चिकित्सा व्यवस्था गौशाला प्रबंधन के सहयोग से सुनिश्चित की जाए। आपातकालीन स्थिति में आवश्यकतानुसार भ्रमण कर पशुधन संरक्षण भी सुनिश्चित किया जाए। लम्पी स्किन डिजीज क्षेत्रों से पशुओं के निष्क्रमण पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। मृत पशुओं का निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया है कि आवश्यकता होने पर मृत पशुओं के सुरक्षित एवं वैज्ञानिक रीति से निस्तारण के लिए स्थानीय निकाय का तकनीकी सहयोग लिया जाए।

यह भी निर्देश दिए गए
आदेश में कहा गया है कि लम्पी स्कीन डिजीज से संबंधित कार्यवाही की रोजाना सूचना भिजवायी जाए तथा कहीं से भी डिजीज प्रभावित पशुओं की जानकारी सामने आने पर त्वरित कार्यवाही की जाए।

समन्वय और तत्परता पर ध्यान दें
आदेश में कहा गया है कि रोग प्रकोप की स्थिति में पशुधन हानि को रोकने एवं पशु पालकों को तत्परता से राहत पहुंचाने के लिए स्थानीय प्रशासन, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करते हुए पशुधन संरक्षण गतिविधियां तत्परता से संचालित की जाएं।

अवकाश पर प्रतिबंध
संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग द्वारा जारी इस आदेश के अनुसार लम्पी स्कीन डिजीज की स्थिति में समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश पर प्रतिबंध रहेगा तथा किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।

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