यमुना में छठ मनाने पर संशय, ओखला बैराज में नहीं बनेगा घाट, कृत्रिम तालाब ही एकमात्र उपाय

in #wortheum2 years ago

इस बार यमुना में छठ मनाने को लेकर संशय है। यमुना सफाई के मुद्दे पर एनजीटी के सख्त निर्देश इसके आड़े आ रहे हैं। मंगलवार को राजस्व विभाग की ओर से इस संशय से पर्दा उठने की उम्मीद है। उधर, दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग ने यह साफ कर दिया है कि नदी में उठने वाली झाग से बचने के लिए इस बार ओखला बैराज के नजदीक छठ पूजा घाट नहीं बनाए जाएंगे।

राजस्व विभाग ने छठ घाटों को तैयार करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली नगर निगम समेत बाकी सभी जिम्मेदार एजेंसियों को उनकी जिम्मेदारी सौंप दी है। सभी 11 जिलों के जिलाधिकारियों को छठ पूजा उत्सव का आयोजन कराने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी डीएम अपने-अपने जिलों में बनाए जाने वाले छठ पूजा घाटों की जानकारी जल्द ही सार्वजनिक करेंगे। छठ पूजा घाटों पर साफ सफाई के साथ वहां शेष व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सभी एसडीएम संभालेंगे।

जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में 2019 में बनाए गए अधिकृत छठ पूजा घाटों का दौरा करने और वहां की मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट राजस्व विभाग को शीघ्रातिशीघ्र सौंपने के लिए कहा गया है। राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत की मंजूरी के बाद सभी छठ पूजा घाटों की लिस्ट जारी होगी। दिल्ली पुलिस, एमसीडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग व तीरथ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष के अलावा संबंधित एजेंसियों को छठ घाटों की लिस्ट पहले साझा की जाएगी।

छठ पूजा घाटों पर कानून व्यवस्था का पालन कराने व सहयोग के लिए महिला व पुरुष सिविल डिफेंस कार्यकर्ताओं की तैनाती की जाएगी। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को छठ घाटों की मरम्मत कराने, दिल्ली जल बोर्ड को कृत्रिम तालाबों में पानी भरने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एमसीडी को घाटों और उसके आसपास सफाई कराने की जिम्मेदारी मिली है। निगम 30 व 31 अक्तूबर को छठ पूजा स्थलों पर सफाई कर्मियों की तैनाती करेगा। डूसिब और निगम सामूहिक रूप से छठ घाटों पर मोबाइल टॉयलेट का इंतजाम करेंगे। पूजा स्थलों पर पार्किंग का इंतजाम भी एमसीडी को करना है।