आंखों का पीलापन इस जानलेवा बीमारी का है संकेत, समय पर करा लिया इलाज तो बच जाएगी जान

in #wortheum2 years ago

लिवर की बीमारियां चुपचाप दस्तक देती हैं. शुरुआत में आमतौर पर इसके लक्षण नहीं दिखते हैं लेकिन धीरे-धीरे ये बीमारी गंभीर रूप ले लेती हैं और आपके शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं. अगर वक्त रहते इलाज ना मिले तो लिवर की बीमारी जानलेवा भी हो सकती है. यहां हम आपको उन सात संकेतों के बारे में बता रहे हैं जो लिवर की बीमारी का इशारा करते हैं.लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके खराब होने से इंसान की जान तक जा सकती है. यह शरीर में भोजन पचाने से लेकर पित्त (पित्त के जरिए लिवर भोजन को पचाने काम करता है) बनाने तक का काम करता है. लिवर के खराब होने पर डाइजेस्टिव सिस्टम गड़बड़ हो जाता है जिससे आपको पेट की कई बीमारियां हो सकती हैं. लिवर शरीर को संक्रमण से लड़ने, शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने, शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करने से लेकर प्रोटीन बनाने में मदद करता है. लिवर पूरे शरीर को डिटॉक्स करता है. लिवर मजबूत होने पर पूरा शरीर स्वस्थ रहता है और इसके कमजोर होने पर आपका शरीर भी कमजोर होने लगता है.

लिवर के खराब होने पर डाइजेस्टिव सिस्‍टम ठीक प्रकार से काम नहीं करता, जिस वजह से भूख में कमी और कमजोरी जैसी समस्‍याएं महसूस होती हैं. लिवर की बीमारियां चुपचाप दस्तक देती हैं. आमतौर में शुरुआत में इसके लक्षण नहीं दिखते हैं लेकिन आगे चलकर ये काफी गंभीर रूपले लेती हैं. शराब, हाई कैलोरी और फैट वाला भोजन आपके लिवर के लिए दुश्मन है क्योंकि इसे पचाने के लिए लिवर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. लिवर में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर ये कई तरह के संकेत देना शुरू कर देता है जिसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लिवर में लंबे समय तक दिक्कत होने पर ये सात संकेत नजर आते हैं जिनकी पहचान कर वक्त रहते इलाज करना जरूरी है.

1.स्टूल (मल) का रंग बदलना
अगर आपके लिवर में कोई गड़बड़ी होती है तो लिवर में बनने वाले बाइल सॉल्ट्स की वजह से मल का रंग गहरा होता जाता है जिसका मतलब है कि आपका लिवर हेल्दी है. लेकिन लिवर में कोई दिक्कत होने पर ये वसा को पचाने में असमर्थ हो जाता है जिसकी वजह से मल पतला और उसका रंग हल्का हो जाता है.

2.उल्टी या जी मचलाना
जी मचलना लीवर में गड़बड़ी बहुत ही सामान्य लक्षण है क्योंकि इस स्थिति में लिवर विषाक्त पदार्थों को फ़िल्टर नहीं कर पाता और ये विषाक्त पदार्थ रक्त प्रवाह में जमा होने लगते हैं जिससे मिचलाता है.

3.गैस्ट्रोकॉलिक रिफ्लेक्स
गैस्ट्रोकॉलिक रिफ्लेक्स कोई बीमारी या मेडिकल कंडीशन नहीं है बल्कि ये एक तरह फिजियोलॉजिकल रिफ्लेक्स यानी एक्शन है. इस स्थिति में कुछ भी खाने के बाद टॉयलेट जाने की इच्छा होती है जो सेहत के लिए बिलकुल भी सही नहीं है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिवर में बीमारी की वजह से ये आपके खाए गए भोजन को अवशोषित करने में असमर्थ होता है. इससे कोलन (पेट) में एक प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है और वो संकुचित होने लगता है. संकुचन की स्थिति में शरीर आपको टॉयलेट जाने का संकेत देता है.. त्वचा और आंखों का रंग पीला होना
अगर आपके लिवर में दिक्कत है तो आपकी त्वचा और आंखों का रंग पीला पड़ने लगता है. ये खून में बिलीरुबिन नाम के केमिकल की वजह से होता है. किसी परेशानी की वजह से लिवर इसे प्रभावी ढंग से प्रॉसेस नहीं कर पा रहा होता है इसलिए आपके शरीर में ये संकेत दिखने लगते हैं. लिवर खराब होने पर कई मामलों में स्किन पर पपड़ी भी जमने लगती है जिससे खुजली भी होती है. liver-picture-sixteen_nine.jpg