सम्भल अन्जुमन ए फारोगे अजा की जानिब से इमाम अली इब्ने हुसैन

in #wortheum2 years ago

सम्भल अन्जुमन ए फारोगे अजा की जानिब से इमाम अली इब्ने हुसैन की शहादत दिवस 25 वी मोहर्रम का तारीख मातमी जुलूस निकाला कर अजादारो ने मातम व नौहाख्वानी बरपा की इमाम बाडा नम्बर दारान नूरियो सराय मे मजलिस का आयोजन किया गया जिसको मौलाना अली नकी नौगावा सादात ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कर्बला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों की शहादत के बाद इमाम हुसैन के बेटे इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम ने अत्यंत एहम और निर्णायक भूमिका निभाई कर्बला की घटना के समय इनकी उम्र 24 साल थी और इस घटना के बाद 34 साल जीवित रहे इस आविध में उन्होंने इस्लामी समाज के नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाली और विभिन्न मार्गों से अत्याचार व अज्ञानता के प्रतीकों से मुकाबला किया इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम को सन 95 हिजरी में वलीद बिन अब्दुल मालिक ने जहर के मध्यम से शहीद करवा दिया गया इस प्रकार ज्ञान व अध्यात्म की सेवा में असंख्य याद गारे छोडने के बाद इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम अपने पालनहार से जा मिले बाद मजलिस के इमाम जैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम का शबीहे ताबूत व तारीखी अलम ए मुबारक बरामद किए गए जिनकी अजादारो ने जियारत की मातमी जुलूस इमाम बाडा से चलकर हुसैनी चौक हो कर इमाम बाडा फरमान हुसैन मे मजलिस के बाद समाप्त किया गया मातमी जुलूस में नौगावा सादात सिरसी मुजफ्फरनगर साकनी फैजाबाद मेरठ अमरोहा आदि के अजादारो ने मातम व नौहाख्वानी बरपा की इस अवसर पर शाने अब्बास शमाईम रजा राजा अली सादिक इमरान हैदर आदि मैजूद रहे