पाकिस्तान में सिलिंडर 3000 का, बिजली 24 रुपया यूनिट, पेट्रोल 227 रुपये लीटर… श्रीलंका जैसे हालात

in #wortheum2 years ago

सिलिंडर 3000 का, बिजली 24 रुपया यूनिट और पेट्रोल 227 रुपये लीटर. यह हाल पाकिस्तान का है. महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान की जनता गुस्से में हैं. सड़कों पर प्रदर्शन हो रहे हैं. लाहौर, कराची और खैबर पख्तूनख्वा में महंगाई के खिलाफ जुलूस निकाले जा रहे हैं. यहां भी श्रीलंका जैसे हालात बन रहे हैं. वहां भी पहले पेट्रोल-डीजल और दूसरी चीजों की कीमतें बढ़ने के बाद स्थिति बिगड़ी थी. जनता बेकाबू हो गई थी. पाकिस्तान में चल रहे विरोध-प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था उसी राह पर आगे बढ़ रही है. आर्थिक तंगी की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान को अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मदद मिलने की उम्मीद है. अमेरिका ने 9/11 हमले के दोषी अलकायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया है. जवाहिरी की मौत को भी इससे जोड़ा जा रहा है.

कहा जा रहा है कि IMF से मदद के लिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने अमेरिका डिप्टी विदेश मंत्री से बात भी की थी. इस बीच अमेरिका की ओर से जवाहिरी को मौत के घाट उतार दिया गया. बाजवा पर मुखबिरी करने का आरोप भी लगा है.

खाने के लाले पड़े और पेट्रोल-डीजल के दाम दोगुने हुए

पिछले एक साल का रिकॉर्ड देखें तो पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के दाम दोगुने हो गए हैं. पेट्रोल की कीमत 227 और डीजल 244 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है. जनता से 24 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली का बिल वसूला जा रहा है.पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़े बाते हैं कि मसूर की दाल 50 फीसदी तक महंगी हुई. प्यार और टमाटर जैसी सब्जियों के दामों में 160 फीसदी तक का उछाल देखा जा रहा है. इसके अलावा तेल से लेकर चिकन के दामों में इतना इजाफा हुआ है कि निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए खाने के लाले पड़ गए हैं. घरेलू सिलिंडर 3000 रुपये का खरीदा जा रहा है.

अभी और बढ़ेंगी बिजली बिल की दरें

पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने हाल में बिजली की दरों को बढ़ाने की घोषणा की है. उन्होंने बिजली की दरों को 7.90 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाने की बात कही है. वर्तमान में बिजली बिल की दर करीब 24 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गई है. अभी ये दरें और बढ़ेंगी. अक्टूबर में बिजली बिल की दरों में 0.91 रुपये प्रति यूनिट का इजाफा होगा.

पाकिस्तान के हालात क्यों बिगड़े हैं?

पाकिस्तान के अर्थशास्त्री परवेज ताहिर कहते हैं, देश में जो भी कमाई होती है उसका 80 फीसदी तक कर्ज चुकाने में चला रहा है. वह कहते हैं, पाकिस्तान के जो वर्तमान हालात हैं उसकी एक बड़ी वजह है कि यहां चीजों का आयात बढ़ना और निर्यात कम होना. यहां की मुद्रा विदेश जा रही है, इसलिए हालात बिगड़ रहे हैं. विदेशी मुद्रा भंडार पहले ही घट चुका है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट कहती है, 30 जून तक देश के पास 980 करोड़ डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा था.

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