बनारस में बना दुनिया का सबसे बड़ा तबला, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए पेश करेंगे दावा

in #wortheum2 years ago

लगन और मेहनत हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। 17 साल की अथक और अनवरत मेहनत के बाद बनारस के तबला वादक पं. गणेश शंकर मिश्र ने दुनिया का सबसे बड़ा तबला बना दिया। ड्रम के आकार का यह तबला बनारस के तबले का सबसे बड़ा स्वरूप है। खास बात यह है कि ड्रम की तरह इसको खड़ा होकर या कुर्सी पर बैठकर ही बजाया जा सकता है। पखावज के स्वरूप में दुनिया के सबसे बड़े तबले को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित है।Screenshot_20220910-223813.jpgअस्सी पर रहने वाले 63 वर्षीय पं. गणेश शंकर मिश्र दुनिया भर में अपने तबला वादन का लोहा मनवा चुके हैं। 17 साल पहले उनके मन में तबले को नया आकार देने का विचार आया। गणेश शंकर ने बताया कि अमीर खुसरो से प्रभावित होकर मैंने यह तबला बनवाया है। खुसरो ने पखावज को दो भाग में बांटकर तबले का रूप दिया था। मगर, मैंने पखावज को तबले का रूप दिया है।इस तबले का दो हिस्सा, बायां और दायां है। दायां मेटल का है। वहीं दूसरा लकड़ी का है। यह तबला इस मायने में अद्वितीय है कि यह विभिन्न संगीत नोट्स बजा सकता है, चाहे वह शास्त्रीय हो, ड्रम फाइटिंग, फ्यूजन या आध्यात्मिक।पं. गणेश शंकर मिश्र ने बताया कि लगातार प्रयास करने के बाद आखिरकार 17 साल बाद सफलता मिली और ड्रम जितनी ऊंचाई का तबला दुनिया के सामने आया। तबले की ऊंचाई 34 इंच और वजन 30 किलोग्राम है। तबले को बनाने वाला कारीगर वकील अब इस दुनिया में नहीं है। तबले की डिजाइन और हाइट कोई कॉपी न करे इसका पेटेंट भी करवा लिया है। गणेश शंकर मिश्र ने बताया कि तबले को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए वह जल्द ही आवेदन करेंगे। गणेश शंकर मिश्र ने बताया कि इस तबले की आवाज सामान्य तबले से ज्यादा बेहतर और तेज है। मैंने बनारस घराने में पं. शारदा सहाय, पं. बद्री महाराज, पं. छोटे लाल और पं. केदारनाथ भौमिक से तबले की बारीकियां सीखी हैं। इस तबले की थाप लोगों को थिरकने के लिए मजबूर कर देगी।गणेश शंकर मिश्र पिता एक प्रसिद्ध गायक और सितार वादक थे। उनकी बहन प्रसिद्ध गायिका हैं। उन्होंने कई टेलीविजन और रेडियो कार्यक्रमों में अभिनय किया है और यूरोपीय संगीत समारोहों में भी प्रदर्शन किया है।