82 लाख की नौकरी छोड़ बना सफाईकर्मी, ऑफिस की मीटिंग्‍स

in #wortheum2 years ago

unsplash_0e3e8828cff513fbd58045a7d40165b2-sixteen_nine.jpgकई बार सैलरी ज्‍यादा होना ही सब कुछ नहीं होता है, एक शख्‍स ने केवल इसलिए नौकरी छोड़ दी क्‍योंकि वह कंपनी में काम के माहौल से खुश नहीं था. ऑफिस में होने वाली मीटिंग्‍स से वह परेशान हो चुका था. फाइनेंस सेक्‍टर छोड़ शख्‍स ने मैक्‍डोनाल्‍ड में नाइट शिफ्ट में सफाईकर्मी का काम करना शुरू कर दिया है.फाइनेंस सेक्‍टर में काम करने वाले शख्‍स ने 82 लाख रुपए की नौकरी छोड़ दी और सफाईकर्मी बन गया. दरअसल, शख्‍स कॉरपोरट कंपनी में नौकरी करने के तरीके से तंग आ चुका था. शख्‍स का कहना था कि वह रोजाना होने वाली मीटिंगस से परेशान हो चुका था. उसने मैकडोनाल्‍ड में बतौर सफाईकर्मी काम करना शुरू किया है, यहां उसे पहले की तुलना में आधी सैलरी मिलती है लेकिन वह अपने काम से संतुष्‍ट है.

news.com.au के मुताबिक, पॉल नाम का यह शख्‍स मैकडोनाल्‍ड में सफाईकर्मी के तौर पर कार्यरत है. पॉल ने इससे पहले फाइनेंशियल सर्विस इंडस्‍ट्री में काम किया था. लेकिन हाल में उन्‍होंने टीम लीडर के रोल से इस्‍तीफा दे दिया था. पॉल ने फाइनेंस सेक्‍टर की जॉब छोड़कर मैकडोनाल्‍ड में नौकरी करना शुरू कर दी.

पॉल ने बताया फाइनेंशियल सेक्‍टर में वह लोगों को मैनेज करते थे, लेकिन यह काम करते हुए उन्‍हें ठीक नहीं लगता था. पॉल ने आगे बताया कि काम करना तो ठीक था, लेकिन अपने काम को लेकर वह बहुत ज्‍यादा पैशनेट नहीं थे. एक दिन वह उठे और सोचा कि अब उनसे नौकरी नहीं हो पाएगी. चार बच्‍चों के पिता पॉल ने बताया वह भले ही फाइनेंस सेक्‍टर में काम कर रहे थे, लेकिन इस नौकरी से वह आजिज आ चुके थे. इसी कारण उन्‍होंने मेंटिनेंस सेक्‍टर की फील्ड में भी अप्‍लाई करना शुरू कर दिया. पॉल ने बताया कि लोग उनका CV देखते थे, इसमें उनके 23 साल के फाइनेंस सेक्‍टर का अनुभव था. ऐसे में उनके पास कॉल नहीं आई. फिर अचानक आई जॉब की कॉल!
पॉल बताते हैं कि उन्‍होंने मैक्‍डोनाल्‍ड में नाइट शिफ्ट में काम करने वाले सफाईकर्मी की जॉब के लिए अप्‍लाई किया, करीब 10 मिनट के बाद उनके पास कॉल आ गया. यहां उन्‍होंने तब भी नौकरी की थी, जब वह 15 साल के थे.

पॉल ने तीन सप्‍ताह पहले ही मैक्‍डोनाल्‍ड में काम करना शुरू किया, जहां उन्‍हें 43 लाख रुपए मिलते हैं. उनकी शिफ्ट की टाइमिंग रात के 11 बजे से सुबह 7 बजे के बीच है. घर जाकर वह बच्‍चों को स्‍कूल छोड़ने जाते हैं. नौकरी में हुए इस बदलाव से पॉल काफी खुश हैं. उन्‍होंने कहा कि इस नौकरी को करने से उन्‍हें काफी संतुष्टि मिली है, तनाव भी कम हो गया है. यहां कोई फालतू की मीटिंग भी नहीं होती है.