जिला अस्पताल के महिला वार्ड के बाथरूम से 3 मिनट में पाइप से उतरकर फरार

in #wortheum2 years ago

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सिविल लाइन पुलिस पर आदतन अपराधी के परिवार ने 17 दिन पहले पत्थरों से हमला कर तीन पुलिस कर्मियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने आदतन अपराधी की पत्नी, भाई, भाभी और रिस्तेदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मंगलवार की शाम आदतन अपराधी की गर्भवती पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। बुधवार की सुबह वह महिला शौच के लिए बाथरूम में गई और खिड़की खोलकर पाइप के सहारे 3 मिनट में नीचे उतरकर फरार हो गई।बता दें कि सटई रोड स्थित छुई खदान मोहल्ले का दिलीप उर्फ दीपू जाटव आदतन अपराधी है। जिस पर हत्या का प्रयास, चोरी, मारपीट, हवाई फायरिंग और लूट सहित 10 मामले सिविल लाइन थाने में दर्ज हैं। आरोपी पिछले दिनों जमानत पर आने के बाद पेशी पर नहीं पहुंचा था। इसलिए जिला न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। जिस पर 27 फरवरी की देर रात डेढ़ बजे एएसआई उमा शंकर त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक नेपाल सिंह, बुद्ध सिंह, रविंद्र मिश्रा और प्रदीप तिवारी गिरफ्तार करने घर पहुंचे। घर का दरवाजा खुलते ही पुलिस ने दिलीप जाटव को पकड़ा और वाहन में बैठाने लगे।

इससे पहले कि आरोपी वाहन में बैठता, परिजन ने हमलाकर उसे छुड़ाया और दरवाजे बंद कर लिए। इसके बाद छत पर रखे पत्थरों से पुलिस टीम पर हमलाकर कर दिया। इस हमले से प्रधान आरक्षक बुगए। इसके बाद पुलिस ने आदतन अपराधी दिलीप जाटव उर्फ दीपू, उसके पिता हरि जाटव, भाई जितेंद्र जाटव, एक रिश्तेदार सहित दो महिलाओं पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। कुछ दिनों बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी की पत्नी, भाई, रिश्तेदार और भाभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

जिला जेल में बंद दो महिला आरोपियों में से दिलीप जाटव की पत्नी ऋतु जाटव 7 माह की गर्भवती है। मंगलवार की शाम तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल में पहली मंजिल पर स्थित प्रसूता वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया।इस मामले की शिकायत जेल प्रबंधन ने सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई है।

सिर्फ महिला प्रहरी थी प्रसूता के साथ
नियमानुसार जब भी जेल से किसी विचाराधीन बंदी को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जाता है, तो दो आरक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है। ताकि बंदी इलाज के दौरान भाग न जाए। लेकिन पुलिस लाइन का स्टाफ बागेश्वर धाम में ड्यूटी पर होने के कारण जिला जेल प्रहरी रश्मि दाहिया को अकेले ही आरोपी ऋतु जाटव के साथ भेज दिया गया। इस बात का महिला ने फायदा उठाया और मौका लगते ही वह भाग गई।

पिता- पुत्र अभी भी पुलिस पकड़ से दूर
सटई रोड स्थित छुई खदान पर 27 मार्च की रात आदतन अपराधी सहित 6 ने पुलिस टीम पर हमला कर तीन पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था। जिसमें से सिविल लाइन पुलिस ने दो महिलाओं सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही प्रशासन ने मकान पर बुलडोजर चलाकरगिरा दिया। लेकिन मुख्य आरोपी दिलीप उर्फ दीपू जाटव और उसका पिता हरि जाटव पुलिस पकड़ से दूर है।

जेल प्रहरी पर होगी कार्रवाई
पुलिस सुरक्षा में विचाराधीन बंदी को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जाता है। लेकिन पुलिस बल न मिलने के कारण जेल प्रहरी रश्मी दाहिया के साथ भेजा गया था। बंदी के भागने के मामले में प्रहरी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। महिला बंदी भागने की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज करा दी गई है।

  • राम शिरोमणि पांडे, जेलर जिला जेल

पुलिस मामले की कर रही जांच
जेल प्रबंधन ने जिला अस्पताल से इलाज के दौरान बंदी महिला के भागने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जिला अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। जिसमें महिला पाइप के सहारे नीचे उतरकर भागती दिखाई दे रही है। पुलिस महिला की तलाश कर रही है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रात भर इलाज चलने के बाद बुधवार की सुबह 6.53 बजे ऋतु शौच के बहाने बाथरूम में गई और पीछे की खिड़की खोलकर पाइप के सहारे नीचे उतरी तथा 6.56 मिनट पर जिला अस्पताल चौकी के सामने से हाेते हुए बाहर निकल गई। जब काफी समय तक महिला बाथरूम से बाहर नहीं निकली तो महिला पुलिसकर्मी ने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। इसके बाद जबरन दरवाजा खोलकर देखा तो महिला गायब मिली। इसद्ध सिंह, रविंद्र मिश्रा और प्रदीप तिवारी घायल हो